
Rajasthan News: राजस्थान में तिजारा शहर के गोठड़ा गांव में एक शिक्षिका को प्रशासन द्वारा एपीओ (अस्थायी रूप से निलंबित) किए जाने का मामला गरमा गया है. ग्रामीणों ने इसे अन्याय करार देते हुए स्कूल के सामने धरना शुरू कर दिया है, जिसमें शिक्षिका भी शामिल हैं. स्थानीय लोगों का गुस्सा इस बात को लेकर है कि शिक्षिका को बिना ठोस कारण के निशाना बनाया गया है.
जानें क्या है पूरा मामला
गोठड़ा गांव के सरकारी स्कूल में कार्यरत शिक्षिका ने बच्चों की पढ़ाई और स्कूल की सुविधाओं को बेहतर करने के लिए दिन-रात मेहनत की. ग्रामीणों का कहना है कि उनकी मेहनत से स्कूल में शिक्षा का स्तर सुधरा और बच्चों को कई नई सुविधाएं मिलीं. लेकिन कुछ प्रभावशाली लोगों के दबाव में प्रशासन ने शिक्षिका को एपीओ कर दिया. ग्रामीणों का आरोप है कि यह फैसला राजनीतिक दबाव के चलते लिया गया है.
पूरा गांव हुआ एकजुट
इस फैसले के खिलाफ गांव वाले एकजुट हो गए हैं. उन्होंने स्कूल के सामने धरना शुरू किया, जिसमें शिक्षिका भी उनके साथ हैं. प्रदर्शनकारी मांग कर रहे हैं कि शिक्षिका को तुरंत बहाल किया जाए और मामले की निष्पक्ष जांच हो. ग्रामीणों का कहना है कि शिक्षिका ने स्कूल के लिए बहुत कुछ किया है. फिर भी उन्हें बिना वजह सजा दी जा रही है.
प्रशासन और विधायक से मांग
ग्रामीणों ने स्थानीय प्रशासन और क्षेत्रीय विधायक से इस मामले में गंभीरता से कार्रवाई करने की मांग की है. उनका कहना है कि अगर शिक्षिका को न्याय नहीं मिला, तो वे आंदोलन को और तेज करेंगे.
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