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This Article is From Nov 05, 2023

Rajasthan Election 2023: इसलिए बीजेपी ने बारां-अटरू और कोलायत में बदले प्रत्याशियों के टिकट, जानिए क्यों लेना पड़ा ऐसा फैसला?

मध्यप्रदेश सारिका सिंह को भाजपा ने बारां-अटरू विधानसभा क्षेत्र के लिए उम्मीदवार बनाया था, लेकिन उनकी जाति राजस्थान में अनुसूचित जाति की लिस्ट में नहीं है. जबकि यह सीट अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित है. जाति प्रमाण पत्र के संशय की वजह से यहां पार्टी ने अपना उम्मीदवार बदला है. 

Rajasthan Election 2023: इसलिए बीजेपी ने बारां-अटरू और कोलायत में बदले प्रत्याशियों के टिकट, जानिए क्यों लेना पड़ा ऐसा फैसला?
कोलायत प्रत्याशी अंशुमान और बारां प्रत्याशी राधेश्याम बैरवा

Rajasthan Assembly Election 2023: भारतीय जनता पार्टी की केंद्रीय चुनाव समिति ने लम्बे इंतजार के बाद रविवार को 15 और प्रत्याशियों के नाम की घोषणा कर दी है. इस तरह पार्टी अब तक कुल 197 उम्मीदवारों के नामों का ऐलान कर चुकी है. पार्टी ने 2 सीटों पर अपने उम्मीदवार बदले हैं. कोलायत और बारां अटरू पर उम्मीदवार बदले गए हैं. हालांकि पार्टी ने बाड़मेर, पचपदरा और बाड़ी सीट से उम्मीदवार का ऐलान नहीं किया है.

मध्यप्रदेश सारिका सिंह को भाजपा ने बारां-अटरू विधानसभा क्षेत्र के लिए उम्मीदवार बनाया था, लेकिन उनकी जाति राजस्थान में अनुसूचित जाति की लिस्ट में नहीं है. जबकि यह सीट अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित है. जाति प्रमाण पत्र के संशय की वजह से यहां पार्टी ने अपना उम्मीदवार बदला है. 

फंस सकता था जाति का पेंच

बीजेपी ने बारां अटरू विधानसभा क्षेत्र से पूर्व घोषित प्रत्याशी सारिका सिंह चौहान का टिकट काट दिया. अब राधेश्याम बैरवा को प्रत्याशी बनाया है. भाजपा ने जातीय पेच फंसने की वजह से सारिका सिंह का टिकट काटकर राधेश्याम बैरवा को दिया है. सारिका सिंह मध्यप्रदेश की हैं. उनकी जाति राजस्थान में अनुसूचित जाति की लिस्ट में नहीं है. जबकि यह सीट अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित है. जाति प्रमाण पत्र के संशय की वजह से यहां पार्टी ने अपना उम्मीदवार बदला है. 

देवी सिंह भाटी के दबाव में दिया पोते को टिकट 

कोलायत सीट पर भी बीजेपी ने टिकट में परिवर्तन किया है. अब कोलायत में कांग्रेस प्रत्याशी भंवरसिंह भाटी का मुकाबला भाजपा के युवा और नए चेहरे अंशुमान सिंह भाटी से होने वाला है. ऐसा माना जा रहा है कि वरिष्ठ नेता देवीसिंह भाटी ने पार्टी पर इसके लिए दबाव बना रखा था, जो आखिर काम कर गया.

कोलायत में 5 दशक से राजनीति कर रहे हैं देवीसिंह भाटी

कोलायत विधानसभा क्षेत्र में देवीसिंह भाटी पांच दशक से राजनीति कर रहे हैं. पिछला चुनाव उनकी पुत्रवधु पूनम कंवर ने भाजपा की टिकट पर लड़ा था, लेकिन कांग्रेस के भंवरसिंह भाटी से उन्हें हार का सामना करना पड़ा था. अब फिर पार्टी ने पूनम कंवर को टिकट दिया, लेकिन देवीसिंह भाटी खुद या पौते को चुनाव लड़ाना चाहते थे. 

कोलायत से दो बार जीत चुके हैं भंवर सिंह 

ऐसे में पार्टी ने बेमन से चुनाव में उतरे देवीसिंह भाटी की बात मान ली और उनके पोते को टिकट दे दिया. कोलायत में कांग्रेस के भंवरसिंह भाटी लगातार दो बार से चुनाव जीत रहे है. अब उनकी हैट्रिक रोकने के लिए युवा अंशुमान पर दांव खेला गया है.

अब तक 197 नामों का ऐलान कर चुकी है भाजपा

गौरतलब है पार्टी अब तक कुल 197 उम्मीदवारों के नामों का ऐलान कर चुकी है. पार्टी ने 2 सीटों पर अपने उम्मीदवार बदले लेकिन बाड़मेर, पचपदरा और बाड़ी सीट से उम्मीदवार का ऐलान अभी तक नहीं किया है. राजस्थान में 6 नवंबर को नामांकन की आखिरी तारीख है, जबकि मतदान और मतगणना क्रमशः 25 नवंबर और 3 दिसंबर को होंगे. 

यह भी पढ़ें-  Rajasthan Election 2023: भाजपा की 5वीं सूची में भी पचपदरा सीट से प्रत्याशी की घोषणा नहीं होने से कार्यकर्ता निराश

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