Rajasthan Assembly Election 2023: निर्वाचन आयोग ने राजस्थान में चुनाव की तारीखों की घोषणा कर दी है. प्रदेश में मतदान होने में अब पूरे एक ही महीने का समय बाकी है. ऐसे में राजस्थान के चुनावी समर को जीतने के लिए भाजपा-कांग्रेस पूरा जोर लगा रही है. एनडीटीवी राजस्थान के संवाददाता से विशेष बात करते हुए भाजपा के दिग्गज नेता और राजस्थान के प्रमुख रणनीतिकार राजेंद्र सिंह राठौड़ ने कांग्रेस सरकार पर निशाना साधा.
उन्होंने कहा 'कांग्रेस नेता अशोक गहलोत ने दावा किया था कि अगस्त महीने में हमारे सारे उम्मीदवारों की सूची जारी हो जाएगी. अगस्त को गुजरे जमाना हो गया, लेकिन अभी भी इतने कम उम्मीदवारों की सूची आ पाई है. जबकि भाजपा ने 124 उम्मीदवारों को चुनावी दंगल में उतार दिया है. मैं पूरे भरोसे के साथ कह सकता हूं कि हमने जो उम्मीदवार उतारे हैं वे जनता के साथ जुड़े हैं और टिकाऊ भी हैं.'
'आवाज उठाने वाले को बनाया उम्मीदवार'
राठौड़ ने आगे कहा, 'निश्चित तौर पर हमारे उम्मीदवार कांग्रेस का सूपड़ा साफ करेंगे और भाजपा इस बार प्रचंड बहुमत के साथ सत्ता में आएगी.' वहीं सीएम अशोक गहलोत ने जोधपुर में बयान दिया था कि जिन-जिन लोगों ने मेरी तारीफ की है उन लोगों की भाजपा ने टिकट काट दी, इस सवाल पर राजेंद्र राठौड़ ने कहा कि 'मैं समझता हूं कि उनको शायद गलतफहमी हो गई है, जिन-जिन लोगों ने असलियत कही, उन्हें टिकट दिया गया है.'
राजेन्द्र राठौड़
टिकट बंटवारे को लेकर कन्फ्यूज है कांग्रेस
इस दौरान राठौड़ ने शांति धारीवाल, धर्मेंद्र राठौर, महेश जोशी को अभी तक टिकट नहीं दिए जाने पर कांग्रेस पर तंज कसते हुए कहा कि 'कांग्रेस की दोनों सूचियों में कई नेताओं के नाम नहीं है, कांग्रेस अपने अंतरजाल में फंसी हुई है. इस अंतर्द्वंद की छाया से टिकट का बंटवारा बच नहीं सकता, मैं दावे के साथ कह सकता हूं कि 'किस्सा कुर्सी की खिलाफ' फिल्म का पर्दा तो गिर गया, पर इसमें द एंड तब आएगा जब इस सरकार की विदाई हो जाएगी.'
'हर चुनौती को स्वीकार करना मेरी आदत'
वहीं राजेंद्र राठौड़ के तारानगर से चुनाव लड़ने पर कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने कहा था कि राठौड़ चूरू छोड़कर भाग रहे हैं, इसका जवाब देते हुए राठौड़ ने कहा कि 'जब तक मेरे रगों में खून दौड़ेगा चूरू से कहीं नहीं भागूंगा, तारानगर का रास्ता चूरू होकर जाता है, दोनों जगह पर एक साथ चुनाव की तैयारी करेंगे एक साथ जीतेंगे पूरे जिले में जीतेंगे.'
एनडीटीवी के एक सवाल पर राठौर ने कहा कि 'तारानगर से चुनाव लड़ना एक चुनौती है, और हर चुनौती को स्वीकार करना मेरी आदत रही है.' राठौड़ ने कहा कि कांग्रेस सरकार इस बार रिपीट नहीं डिलीट होगी. गौरतलब है कि तारानगर पर अब तक भाजपा सिर्फ दो बार ही विधानसभा चुनाव जीती है. पहली बार राजेंद्र राठौड़ ने ही भाजपा का खाता 2008 में खोला था.
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