Rajasthan Election 2023: राजस्थान विधानसभा चुनाव के लिए भाजपा ने 41 उम्मीदवारों वाली प्रत्याशियों की पहली लिस्ट जारी कर दी है. इस लिस्ट का कई जगहों पर विरोध हो रहा है. दूसरी ओर अन्य सीटों से भाजपा के दावेदार अपनी शेटिंग लगाने में लगे हैं. इस बीच भाजपा खेमे से यह बात सामने आई है कि पार्टी इस बार मुस्लिम उम्मीदवारों को भी मौका देगी. राजनीति के जानकारों को कहना है कि भाजपा 4 सीटों पर मुस्लिम उम्मीदवार उतार सकती है. मिली जानकारी के अनुसार चुनाव से पहले इस बार भारतीय जनता पार्टी ने प्रदेश में मुस्लिम बाहुल्य 15 विधानसभा सीटों का भी सर्वे कराया है.
नागौर और डीडवाना जिले की नागौर, मकराना, डीडवाना और लाडनूं सीटें भी मुस्लिम बाहुल्य इन 15 सीटों में शामिल है. इससे इस बार के चुनाव के लिए ये संभावना भी जगी है की भारतीय जनता पार्टी राजस्थान में अल्पसंख्यक उम्मीदवारों को भी कुछ सीटों पर टिकट दे सकती है.
नागौर से क़ासम राठौड़ और डीडवाना से यूनुस खान जता रहे उम्मीदवारी
नागौर विधानसभा प्रदेश का ऐसा इलाका है, जहां मुस्लिम मतदाता सबसे ज्यादा तादाद में है, ऐसे में नागौर विधानसभा सीट से मुस्लिम समुदाय के उम्मीदवार को टिकट देकर भाजपा मुस्लिम उम्मीदवार पर दांव खेल सकती है. यहां से भारतीय जनता पार्टी के अल्पसंख्यक मोर्चा के प्रदेश मंत्री कासम राठौड़ ने उम्मीदवारी जताई है, वहीं डीडवाना में भी मुस्लिम मतदाता 30 प्रतिशत से अधिक है. यहां से भाजपा की टिकट पर यूनुस खान दो बार चुनाव जीत चुके हैं और वसुंधरा सरकार में कैबिनेट मंत्री भी रह चुके हैं.
लाडनूं से आरिफ मुन्ना जता रहे उम्मीदवारी
इसी प्रकार लाडनूं से युवा चेहरे तस्लीम आरिफ मुन्ना ने अपनी उम्मीदवारी जताई है.तस्लीम आरिफ पिछला विधानसभा का चुनाव भी लड़ चुके हैं और भाजपा अल्पसंख्यक मोर्चा के जिलाध्यक्ष भी रह चुके हैं. इनके साथ अल्पसंख्यक समुदाय के अन्य दावेदारों ने भी नागौर जिले की सीटों से अपनी मजबूत उम्मीदवारी जताई है. भारतीय जनता पार्टी की दूसरी सूची जल्द जारी होने की संभावना जताई जा रही है, ऐसे में उम्मीद की जा रही है कि नागौर और डीडवाना जिले की कुछ सीटें भी इस सूची में शामिल हो सकती हैं.
इस बार भाजपा दे सकती है मुस्लिम दावेदारों को टिकट
माना जा रहा है की भाजपा इस चुनाव में मुस्लिम उम्मीदवारों पर भी गंभीरता से विचार कर रही है. इस बार उम्मीद जताई जा रही है कि भाजपा की ओर से टिकट वितरण में मुस्लिम दावेदारों को भी शामिल किया जाएगा. राजस्थान की 40 ऐसी सीटे हैं, जहां मुस्लिम मतदाताओं की संख्या काफी अच्छी है जिनमे से 15 सीटों पर तो भाजपा ने सर्वे भी कराया है.
ऐसे में परिस्थितियों को ध्यान रखते हुए भाजपा ने भी अपनी रणनीति में बदलाव कर मुस्लिम उम्मीदवारों की भागीदारी बढ़ाने पर विचार कर रही है. माना जा रहा है कि इस बार भाजपा मुस्लिम उम्मीदवारों को अधिक टिकट देकर दांव खेल सकती है.
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