Rajasthan Assembly Elections 2023: भारत निर्वाचन आयोग ने प्रदेश में 366 सहायक मतदान केन्द्रों की स्थापना को मंजूरी दी है. ये सहायक मतदान केन्द्र राज्य की 125 विधानसभा निर्वाचन क्षेत्रों में उन मतदान केन्द्रों पर बनाए जाएंगे, जहां मतदताओं की संख्या 1,450 से अधिक है. ये मतदान केन्द्र मूल मतदान केन्द्र के साथ उसी भवन में स्थापित किए जाएंगे.
राजस्थान मुख्य निर्वाचन अधिकारी प्रवीण गुप्ता ने बताया कि यह केंद्र यथासंभव उसी भवन में बनेंगे और मतदाताओं की संख्या का विभाजन दोनों केंद्रों पर इस प्रकार किया गया है, जिससे मतदान के दौरान लोगों को अधिक समय तक लाइन में खड़े रहने की आवश्यकता न पड़े.
सभी मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध होंगी
उन्होंने कहा कि प्रदेश में भारत निर्वाचन आयोग की गाइडलाइन्स के अनुरूप सुगम, सहज, और सुरक्षित मतदान के लिए मतदान केन्द्रों पर आवश्यक व्यवस्थाएं और सुविधाएं सुनिश्चित की जाएंगी. उन्होंने कहा कि मतदान केंद्रों पर टॉयलेट्स, पेयजल, बिजली, वॉलन्टियर्स, व्हीलचेयर, रैम्प सहित सभी बुनियादी सुविधाओं की उपलब्धता रहेगी. मतदाताओं की सहूलियत के लिए मतदान केन्द्रों पर साइनेज और हेल्प डेस्क की उचित व्यवस्था भी की जाएगी.
366 सहायक मतदान केन्द्र बनेंगे
प्रदेश में निर्वाचन विभाग द्वारा राजनैतिक दलों के प्रतिनिधियों के साथ बैठक के बाद 366 सहायक मतदान केन्द्रों का प्रस्ताव भारत निर्वाचन आयोग को भेजा गया था, जिसका अनुमोदन प्राप्त हो गया है. इससे मतदान में केंद्रों की संख्या बढ़ गयी है.
जयपुर में सबसे ज्यादा सहायक मतदान केंद्र
सबसे ज्यादा 92 सहायक मतदान केन्द्र जयपुर जिले में स्थापित किए जाएंगे. इनमें से 7 मतदान केन्द्र जगह की कमी के कारण उसी भवन के आसपास में परिवर्तित किए गए हैं.
जोधपुर में 45, कोटा और सवाई माधोपुर में 16-16, अलवर में 15, बीकानेर में 13, अजमेर और चूरु में 12-12 ,भरतपुर और नागौर जिलों में 11-11 सहायक मतदान केन्द्र बनाए जाएंगे.
जयपुर जिले में सबसे ज्यादा 4,661 मतदान केन्द्र, अलवर जिले में 2,710, जोधपुर जिले में 2,611, बाड़मेर जिले में 2,233 और उदयपुर जिले में 2,214 मतदान केन्द्रों पर वोट डाले जाएंगे.
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