Pali Doctor Shortage: राजस्थान में सरकार द्वारा बेहतर मेडिकल सुविधाओं की बात की जाती है, लेकिन कुछ जगह ऐसे भी हैं जहां हालत काफी खतरनाक हो चुके हैं. यहां तरह-तरह की बीमारियों को लेकर मरीज काफी हैं लेकिन उनका इलाज करने के लिए पर्याप्त डॉक्टर उपलब्ध नहीं है. जिसके चलते मरीजों के स्वास्थ्य पर संकट मंडरा रहा है. दरअसल पाली जिले का सबसे बड़ा ऊपखण्ड मारवाड़ जंक्शन का ब्लॉक स्तरीय अस्पताल इस समय प्रशासन की उपेक्षा का शिकार बना हुआ है. मात्र 2 चिकित्सकों के भरोसे यह अस्पताल चल रहा है. जहां रोजाना 400 से 500 के बीच ओपीडी आ रही और मौसमी बीमारियों के सैकड़ों मरीज पहुंच रहे हैं.
मौसमी बीमारियों के दौर में डॉक्टर की कमी
इस समय मौसमी बीमारियों का कहर चल रहा और डेंगू-मलेरिया-सर्दी-जुकाम और हृदय रोग के मरीज ज्यादा पहुंच रहे. इन बीमारियों के कहर के बीच डॉक्टर की कमी होने की वजह से लोगों को जिला अस्पताल की ओर रुख करना पड़ रहा है. सरकार विकास के उचित व्यवस्थाओं के नाम का दावा तो कर रही है, लेकिन जमीनी हकीकत देखी जाए तो जिले के सबसे बड़े उपखंड के ब्लॉक स्तरीय अस्पताल में मात्र 2 चिकित्सक लगे हैं.
डॉक्टर्स की कमी बनी गर्भवती महिलाओं की समस्या
सरकार एवं चिकित्सा प्रशासन की व्यवस्थाओं की भी पोल खुल रही है. स्थानीय लोगों ने सरकार से जल्द से जल्द यहां चिकित्सकों की नियुक्ति करने की मांग की है, यह मांग लंबे समय से की जा रही है. लेकिन हर बार इसे नजरअंदाज किया जा रहा है. यह अस्पताल राजनीति का शिकार हो रहा है, जिससे यहां चिकित्सकों की नियुक्ति नहीं हो पाई.
गर्भवती महिलाओं को भी भारी परेशानी उठानी पड़ रही है. महिला डॉक्टर नहीं होने की वजह से महिलाओं का उपचार नहीं हो रहा और मजबूरन जिला अस्पताल उपचार के लिए जाना पड़ रहा है.
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