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This Article is From Apr 14, 2025

Rajasthan: किराए पर खेत लेकर करते थे खेती, बूंदी में करंट लगने से किसान और चरवाहे की मौके पर ही मौत 

घटना की सूचना मिलते ही कांग्रेस नेता सत्येश शर्मा, शहर अध्यक्ष शैलेश सोनी और पूर्व सरपंच महेंद्र शर्मा अस्पताल पहुंचे. उन्होंने विद्युत विभाग को घटना के लिए जिम्मेदार ठहराया और आरोप लगाया कि पिछले एक माह से बिना सूचना के दिन में बिजली आपूर्ति बंद रखी जा रही थी.

Rajasthan: किराए पर खेत लेकर करते थे खेती, बूंदी में करंट लगने से किसान और चरवाहे की मौके पर ही मौत 

Bundi News: शहर से पांच किलोमीटर दूर मांट्टूडा गांव में सोमवार दोपहर खेत पर करंट लगने से एक किसान और चरवाहे की मौत हो गई. घटना की सूचना पर ग्रामीण और सदर थाना पुलिस मौके पर पहुंचे और दोनों को जिला अस्पताल पहुंचाया, जहां चिकित्सकों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया. मृतकों की पहचान गांव के किसान रामदेव माली पुत्र गणेश लाल और चरवाहा रामभरोस सिंह पुत्र चौथमल सिंह के रूप में हुई है. मांट्टूडा पंचायत के उप सरपंच विजय साहू ने बताया कि घटना दोपहर 1 बजे की है जब दोनों डीपी के पास अचेत अवस्था में पाए गए.

घटनास्थल पर पहुंचे परिजन और ग्रामीण

मृतक रामदेव माली के बेटे शंभु लाल ने बताया कि उनके पिता खेत को किराए पर लेकर उसमें खेती कर रहे थे. सोमवार को जब वह खेत पर खाना लेकर पहुंचे तो उन्होंने देखा कि उनके पिता और चरवाहा रामभरोस डीपी के नीचे अचेत पड़े हैं. उन्होंने तुरंत ग्रामीणों को बुलाया और विद्युत विभाग को सूचना देकर सप्लाई बंद करवाई. पुलिस ने मौके पर पहुंचकर दोनों शवों को कब्जे में लिया और पोस्टमार्टम के लिए मोर्चरी भेजा.

चरवाहे की मौत के पीछे बचाने की कोशिश का अंदेशा

मृतक रामभरोस सिंह के पुत्र मनोज सिंह ने बताया कि उनके पिता गांव में जानवर चराने का काम करते थे. शंभु लाल की कॉल पर जब वह खेत पहुंचे तो उन्होंने भी दोनों को डीपी के पास अचेत अवस्था में पाया. मनोज का अंदेशा है कि उनके पिता ने संभवतः रामदेव माली को बचाने की कोशिश की होगी और इसी दौरान वह भी करंट की चपेट में आ गए. हालांकि यह सिर्फ कयास हैं क्योंकि घटना के समय वहां कोई तीसरा व्यक्ति मौजूद नहीं था.

विरोध, आरोप और मुआवजे की मांग

घटना की सूचना मिलते ही कांग्रेस नेता सत्येश शर्मा, शहर अध्यक्ष शैलेश सोनी और पूर्व सरपंच महेंद्र शर्मा अस्पताल पहुंचे. उन्होंने विद्युत विभाग को घटना के लिए जिम्मेदार ठहराया और आरोप लगाया कि पिछले एक माह से बिना सूचना के दिन में बिजली आपूर्ति बंद रखी जा रही थी.

सोमवार को अचानक सप्लाई चालू कर दी गई जिससे हादसा हुआ. नेताओं ने मृतकों के परिजनों को 50-50 लाख रुपये मुआवजे की मांग की है. सदर थाना प्रभारी रमेश आर्य ने बताया कि प्रथम दृष्टया करंट लगने से मौत की बात सामने आई है, मामले की जांच जारी है.

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