Rajasthan News: विदेश की चमक-धमक से प्रभावित होकर हर कोई वहां जाना चाहता है, लेकिन कुछ लोग वहां जाने के लिए बिना जांच-पड़ताल के जालसाजों के जाल में फंस जाते हैं. ऐसा ही एक मामला राजस्थान के जोधपुर में हुआ, जहां आयरलैंड और आस्ट्रेलिया में वर्क परमिट एवं वीजी दिलाने के नाम पर शहर की कंसलटैंसी फर्म मालिक से 9.55 लाख रूपयों की ठगी कर ली गई. शातिर अब अपना कार्यालय बंद कर भाग गया, पीड़ित कंसल्टैंसी मालिक ने कोर्ट में इस्तगासे के माध्यम से पुलिस में मामला दर्ज करवाया है. चौपासनी हाउसिंग बोर्ड थाने में मामला दर्ज हुआ है.
विदेश जाने के लिए लाइसेंस प्रदान करवाती है फर्म
17ई/21 निवासी अनुप जोन हेनरी पुत्र अरविंद हेनरी की तरफ से दी गई रिपोर्ट के अनुसार, वह ब्लूवेव एजुकेशन कंसलटैंसी फर्म चलाता है. उसकी कंसलटैंसी फर्म के द्वारा मेडिकल एवं इंजीनियरिंग, एमबीबीएस आदि में प्रवेश प्रदान के लिए अधिकारिक तौर पर लाइसेंस अनुबंध करवाती है. देश-विदेश यूरोप, रूस में कई छात्रों को भर्ती करवाया गया है. उसकी फर्म मेडिकल और शिक्षा क्षेत्र में आज भी काम कर रही है.
परिवादी का कहना है कि उससे ब्रिजेश कुमार दुबे जोकि खुद को ग्लोबल कनेक्ट फर्म का मालिक बताता था और कहा कि वह आयरलैंड एवं आस्ट्रेलिया में वर्क परमिट एवं नियुक्ति पत्र के संबंध में वीजा उपलब्ध करवाता है. इसके लिए वह अपना कार्यालय अहमदाबाद गुजराज में चला रहा है, इस कारण से उनकी जान पहचान हो गई.
धोखाधड़ी का एहसास होते ही पुलिस के पास पहुंचा पीड़ित
इस पर पीड़ित अनुप जोन हेनरी ने वर्क परमिट एवं वीजा के लिए 18 छात्रों की फाइल्स को उसके पास ईमेल के जरिए भेजा था. आरोपी का अलग-अलग बैंकों के माध्यम से 9.55 लाख रूपए ट्रांसफर करवाए गए. यह रकम 2 नवंबर 2022 से लेकर 5 जनवरी 2023 तक ट्रांसफर की गई, मगर वह बाद में टालमटोल जवाब देता रहा.
पीड़ित ने बाद में खुद 5 जनवरी 23 को आयरलैंड गया तो पता लगा कि वहां दूतावास से ऐसे किसी प्रकार के दस्तावेज नहीं आए है और ना ही उल्लेख है. इसके बाद पीडित अनूप जोन अहमदाबाद उसके बताए पते पर पहुंचा तो मालूम हुआ कि आरोपी कई लोगों से ठगी कर भाग चुका है. पीड़ित ने अब अदालत में इस्तगासे के माध्यम से धोखाधड़ी में मामला दर्ज करवाया है, पुलिस की तरफ से अग्रिम जांच आरंभ की गई है.
यह भी पढ़ें- RGHS कैंसर ड्रग स्कैम केस में राजस्थान हाई कोर्ट ने पुलिस को दिया ये आदेश