
Rajasthan News: गंगापुर सिटी जिले के बामनवास क्षेत्र के राम नगर ढोसी गांव में खेत में बने एक कच्चे बोरवेल में गिरी महिला को करीब 84 घंटे से अधिक का समय हो गया, लेकिन अभी तक प्रशासन महिला को बोरवेल से निकालने में सफल नहीं हो पाया. महिला को बोरबेल से निकालने के लिए प्रशासन द्वारा विगत करीब 70 घंटों से भी अधिक समय से रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया जा रहा है, लेकिन रेस्क्यू ऑपरेशन में बार-बार आ रही बाधा के कारण अभी तक प्रशासन महिला को बोरबेल से निकालने में सफल नहीं हो पाया.
मंगलवार रात 8 बजे के आसपास 25 वर्षीय महिला मोना बैरवा खेत पर बने कच्चे बोरवेल में गिर गई थी. महिला के देर रात तक घर नहीं लौटने पर परिजनों ने रात भर महिला की तलाश की, लेकिन महिला का कोई पता नहीं चला. बुधवार सुबह करीब 11 बजे कच्चे बोरवेल के पास महिला की चप्पल दिखाई दी तो परिजनों को महिला के बोरवेल में गिरने का अंदेशा हुआ. परिजनों ने प्रशासन को सूचना दी. सूचना पर प्रशासन मौके पर पहुंचकर रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया. प्रशासन ने एनडीआरफ की टीम को भी सूचित किया और मेडिकल टीम को भी मौके पर बुलाया लिया.
रस्सी से एक हाथ पकड़ में आया
बोरवेल 90 से 100 फीट गहरा बताया जा रहा है. एसडीआरएफ व एनडीआरफ की टीम बुधवार शाम करीब 5 मौके पर पहुंची. इसके उपरांत गहनता से रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया जा सका. दोनों टीम के संयुक्त प्रयास से बुधवार देर रात तक रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया गया. लेकिन टीम को कोई सफलता हासिल नहीं हो सकी है. बुधवार को पूरी रात भर एसडीआरएफ तथा एनडीआरएफ की टीम महिला को ऊपर से ही निकलने के प्रयास में जुटी रही, लेकिन आखिरकार सफलता नहीं मिली. गुरुवार सुबह फिर से रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया गया और एसडीआरएफ तथा एनडीआरएफ की टीम के द्वारा बोरवेल के ऊपर से ही रेस्क्यू ऑपरेशन करते हुए महिला का एक रस्से से हाथ पकड़ लिया गया. लेकिन दूसरा हाथ पकड़ में नहीं आया.
हुक डालकर निकालने की कोशिश
हुक डालकर भी महिला को बोरबेल से निकालने का प्रयास किया गया. लेकिन हुक में महिला के कपड़े ही बाहर आ पाए. तमाम कोशिशों के बावजूद रेस्क्यू टीम को सफलता नहीं मिली. ऐसे में रेस्क्यू टीम ने प्लान-B के तहत गुरुवार को दोपहर बाद बोरवेल के पास खुदाई कर महिला को बोरवेल से निकालने के लिए काम शुरू किया और जेसीबी व एलएनटी मशीन के मध्यम से खुदाई शुरू की गई. लेकिन जैसे ही खुदाई 15 फीट पहुंची, वैसे ही खुदाई में नमी के कारण मिट्टी गिरना शुरू हो गया. खुदाई के दौरान बार-बार मिट्टी गिरने से रेस्क्यू ऑपरेशन में लगातार बाधा उत्तपन्न होने के कारण प्रशासन ने परेशान होकर रात को खुदाई कार्य बंद कर दिया और जयपुर से पायलर मशीन मंगाने के लिए सम्पर्क किया.
अब पायलर मशीन से खुदाई
शुक्रवार सुबह करीब 10 बजे एक ट्रेलर पायलर मशीन लेकर पहुंचा, लेकिन घटना स्थल से पहले ही ट्रेलर एक खेत मे धस गया. ट्रेलर के खेत में धसने से भारी भरकम पायलर मशीन को मौके पर पहुंचने में खासी दिक्कतें आई. प्रशासन एवं टेक्निकल टीम ने पायलर मशीन लेकर आए ट्रेलर को जेसीबी की सहायता से निकाला और बामुश्किल मशीन को घटना स्थल पर पहुंचाया. पायलर मशीन के घटना स्थल पर पहुंचने के बाद शुक्रवार शाम करीब 4 बजे से फिर से खुदाई शुरू की गई और लेकिन रात को बार बार तकनीकी व्यवधान आने व लाइट जाने के कारण गड्ढा खोदने में खासी परेशानी हुई. वहीं रेस्क्यू में भी लगातार देरी हो रही है.
बोरबेल तक सुरंग बनाई जाएगी
अब तक मौके पर बोरवेल के नजदीक पायलर मशीन से करीब 100 फिट गहरा गड्ढा खुदा जा चुका है और गड्ढे में पाइप डालने का कार्य किया जा रहा है. प्रशासन के मुताबिक पायलर मशीन से 110 फिट गड्ढा खोदने के बाद गड्ढे में बोरबेल तक सुरंग बनाई जाएगी और करीब 90 फिट की गहराई पर बोरवेल में फंसी महिला को सुरंग के माध्यम से निकालने का प्रयास किया जायेगा. महिला के परिजनों का रो रो कर बुरा हाल है. परिजनों व प्रशासन को अब इस बात की उम्मीद नहीं है कि महिला जीवित होगी. सम्भवतया महिला की मौत हो चुकी है, जिसके चलते बोरवेल से बदबू भी आने लगी है. लेकिन अभी तक प्रशासन द्वारा महिला की मौत की पुष्टि नहीं की गई है. महिला को निकालने के लिए लगातार रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है. रेस्क्यू ऑपरेशन में बार-बार बाधा उत्तपन्न होने के चलते 84 घंटे बाद भी महिला को बोरबेल से नहीं निकाला जा सका है. प्रशासन कोशिश कर रहा है कि महिला को जल्द से जल्द निकाला जाए.