
Didwana News: डीडवाना शहर में आवारा कुत्तों का आतंक लगातार बढ़ता जा रहा है. यह कुत्ते आए दिन भड़क रहे हैं और लोगों पर हमले कर उन्हें घायल कर रहे हैं. कल देर शाम को भी एक आवारा कुत्ते ने दो दर्जन लोगों पर हमला कर उन्हें घायल कर दिया. जिससे अस्पताल में घायलों की कतार लग गई और पूरे शहर में दहशत व्याप्त हो गई. इसके बावजूद आवारा जानवरों पर कोई लगाम नहीं लग पाई है, वहीं दूसरी ओर शहरवासी आवारा जानवरों के आतंक से भयभीत हो रखे हैं.
डीडवाना शहर सोमवार शाम को एक भयावह घटनाक्रम का गवाह बना, जब एक आवारा श्वान ने शहर के विभिन्न इलाकों में ताबड़तोड़ हमले कर करीब दो दर्जन लोगों को घायल कर दिया. अजमेरी गेट, भगत सिंह सर्किल, नागौरी गेट, बस स्टैंड, फव्वारा सर्किल और नागौर रोड जैसे प्रमुख स्थानों पर राह चलते लोगों पर यह श्वान अचानक झपटता रहा, जिससे पूरे शहर में दहशत का माहौल बन गया.
कई लोगों को बनाया अपना शिकार
इस श्वान ने जिन लोगों को अपना शिकार बनाया, उनमें राह चलते राहगीर, छात्र और बाजार में खरीदारी कर रहे लोग शामिल हैं. कई लोगों को बिना किसी उकसावे के काटा गया, जिससे लोग घबरा गए और अफरा-तफरी का माहौल बन गया. प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार यह कुत्ता शाम से लेकर देर रात तक अलग-अलग इलाकों में भागता रहा और हर जगह नए लोगों को निशाना बनाता रहा.
स्थानीय नागरिकों में रोष और भय
सोमवार को हुई श्वान के हमले की घटना के बाद स्थानीय नागरिकों में रोष और भय का माहौल व्याप्त है. लोगों का कहना है कि नगर परिषद की लापरवाही के चलते शहर में आवारा कुत्तों की संख्या लगातार बढ़ रही है, जो अब जानलेवा साबित हो रहे हैं. स्थिति इतनी चिंताजनक हो गई है कि पिछले दो दिन में ही अनेकों लोग एंटी रेबीज का इंजेक्शन लगवा चुके हैं.
क्या कहते हैं डॉक्टर ?
इस बारे में राजकीय बांगड़ जिला चिकित्सालय के पीएमओ डॉ. अजीत सिंह के अनुसार सभी पीड़ितों को एंटी रेबीज इंजेक्शन और आवश्यक दवाएं दी गई हैं. कल रात के समय होने के बावजूद अस्पताल स्टाफ ने तत्परता दिखाई. इमरजेंसी ड्यूटी पर मौजूद स्टाफ को बुलाकर तत्काल चिकित्सा शुरू की गई.
जिला कलेक्टर ने दिए निर्देश
अचानक डॉग बाइट के मामले बढ़ने के बाद जिला कलक्टर डॉ महेंद्र खड़गावत ने नगर परिषद को भी आवारा श्वानो को पकड़ने के निर्देश दिए हैं. उन्होंने श्वानो के साथ ही सड़कों पर विचरण करने वाले गौवंश की भी धरपकड़ की हिदायत दी है, ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो. वहीं चिकित्सा अधिकारियों को सख्त निर्देश दिए हैं कि जिले के सभी अस्पतालों में एंटी रेबीज दवा की पर्याप्त उपलब्धता सुनिश्चित की जाए, ताकि डॉग बाइट पीड़ितों को समय पर इलाज मिल सके.
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