
Forest guard recruitment paper leak: राजस्थान की चर्चित वनरक्षक भर्ती परीक्षा-2020 पेपर लीक मामले में SOG ने एक और बड़ी कार्रवाई करते हुए बांसवाड़ा से वाणिज्य कर विभाग में कार्यरत सरकारी कर्मचारी गोविंद तेतरवाल को गिरफ्तार किया है. गोविंद पर आरोप है कि उसने 3.5-3.5 लाख रुपए लेकर अपने चचेरे भाई सहित तीन उम्मीदवारों को परीक्षा से पहले ही पेपर पढ़ाया था.
SOG के अनुसार यह मामला बांसवाड़ा के राजतालाब थाने में दर्ज हुआ था. पहले स्थानीय पुलिस इसकी जांच कर रही थी, लेकिन पेपर लीक की पुष्टि होने के बाद केस SOG को सौंपा गया. SOG ने अब तक इस मामले में 35 से ज्यादा गिरफ्तारियां की हैं.गोविंद जोधपुर के वाणिज्य कर विभाग (सर्कल-E) में UDC के पद पर कार्यरत है.
3.5 लाख रुपए लेकर पेपर पढ़ाया
2018 में नौकरी लगी, इससे पहले कल्याणपुरा में शराब की दुकान चलाता था. नौकरी के दौरान वह मार्च में छुट्टी पर गया और फिर ड्यूटी पर नहीं लौटा. विभाग द्वारा उसे नोटिस दिए गए, लेकिन जवाब नहीं मिला. उसका वेतन भी रोक दिया गया था. गोविंद की पहचान पेपर लीक गिरोह के जबराराम जाट से 2013 से थी. उसने अपने चचेरे भाई सुरेंद्र, एक कैंडिडेट प्यारी और प्यारी के भाई ओमप्रकाश को 3.5 लाख रुपए लेकर पेपर पढ़ाया. गोविंद ने यह रकम जबराराम को दी थी.
11 दिन के रिमांड पर
गोविंद को SOG की टीम बांसवाड़ा कोर्ट में पेश कर 11 दिन के रिमांड पर जयपुर लाई. उसके परिवार में एक दर्जन से अधिक सदस्य सरकारी सेवा में हैं, इसलिए पूरे परिवार की संदिग्ध भूमिका की जांच शुरू कर दी गई है. पेपर लीक प्रकरण में SOG की जांच ASP भवानी शंकर की निगरानी में से चल रही है.
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