जिस हॉस्पिटल में जन्म हुआ, वहां राज्य के स्वास्थ्य मंत्री बनकर पहुंचे. मामला राजस्थान के जोधपुर से सामने आया है. जहां शनिवार को राजस्थान के स्वास्थ्य मंत्री गजेंद्र सिंह खींवसर जोधपुर के सबसे बडे़ लेडी हॉस्पिटल उम्मेद अस्पताल का औचक निरीक्षण करने पहुंचे. कहने को तो ये औचक निरीक्षण था, लेकिन हकीकत में मंत्री उस जगह को देखना चाहते थे जहां उनका जन्म हुआ था. मंत्री उम्मेद अस्पताल का निरीक्षण करते-करते लेबर रूम तक पहुंचे, फिर लेबर रूम के गेट के बाहर खड़े होकर फोटो भी खिंचवाई.
दरअसल प्रदेश के चिकित्सा मंत्री गजेंद्र सिंह खींवसर आज अचानक जोधपुर पहुंचे. जोधपुर पहुंचने के बाद उन्होंने पश्चिमी राजस्थान के सबसे बड़े महिला चिकित्सालय उम्मेद अस्पताल का निरीक्षण किया और लोगों से इलाज के बारे में पूछा.
वार्ड में घूमकर मरीज से की सीधी बातचीत
चिकित्सा मंत्री गजेंद्र सिंह खींवसर ने अस्पताल में महाराजा उम्मेद सिंह की प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित की. और उसके बाद अस्पताल के कई वार्ड में घूम कर मरीज व उनके परिजनों से सीधी बातचीत कर उनसे इलाज और दवाइयां के बारे में जानकारी ली. चिकित्सा मंत्री के अचानक अस्पताल पहुंचने के बाद पूरा अस्पताल प्रशासन अलर्ट मोड पर आ गया.
लेबर रूम के बाहर खड़े होकर खिंचवाया फोटो
वहीं चिकित्सा मंत्री अस्पताल गजेन्द्र सिंह खींवसर ने दौरे के समय लेबर रूम के बाहर खड़े होकर एक फोटो खिंचवाया. जो चर्चा का विषय बना हुआ है. चिकित्सा मंत्री गजेंद्र सिंह खींवसर ने कहा कि 60 साल पहले उनका भी जन्म इसी अस्पताल में हुआ था. आज जब मैं चिकित्सा मंत्री के रूप में यहां का दौरा करने आया हूं.
मंत्री खींवसर ने बताया कि मुझे मेरे परिवार वाले बताते थे कि मेरा जन्म इसी अस्पताल में हुआ था. आज यहां आकर वह यादें ताजा हो गई. और इसीलिए लेबर रूम के बाहर खड़ा होकर मैं भी एक याददाश्त रूपी फोटो खिंचवा रहा हूं.
सीनियर डॉक्टर नहीं मिले, मंत्री बोले- असुविधा ना हो इसका ध्यान रखें
अस्पताल में दौरे के दौरान चिकित्सा मंत्री को सीनियर डॉक्टर नजर नहीं आए. वहीं रेजिडेंट डॉक्टर सभी जगह मिले. वहां के रेजीडेंट डॉक्टर ने बताया कि छुट्टी की वजह से सीनियर डॉक्टर नहीं है. वैसे उन लोगों ने दोपहर में एक राउंड करके मरीजों को चेक किया था चिकित्सा मंत्री ने कहा कि सभी की जिम्मेदारी होती है अस्पताल में रहने की और मरीजों को कोई असुविधा न हो इसका विशेष ध्यान रखा जाए.
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