
Rajasthan News: राजस्थान में लगातार हो रही बारिश से बुरा हाल है. प्रदेशभर के लगभग हर बांध ओवरफ्लो हो चुके हैं. नदियां भी उफान पर हैं और सड़कों के ऊपर से 2 से 3 फीट तक पानी बह रहा है. भारी बारिश के बाद सबसे ज्यादा कोटा, बूंदी, झालावाड़ और सवाई माधोपुर जिले में प्रभावित हैं. लगातार बारिश के बाद आई बाढ़ से लोगों के घरों में पानी घुस गया. गांव की सड़कें और गलियां पूरी तरह जलमग्न हो गई हैं. लोग घुटने से ऊपर तक के पानी में जाने को मजबूर हो रहे हैं. बाढ़ की स्थिति को देखते हुए जिला प्रशासन भी अलर्ट मोड पर है और कंट्रोल रूम से लगातार निगरानी की जा रही है.
गुडा बांध के 11 गेट खोले
बूंदी में बारिश के बाद ऐसे हालत है कि जिले की सबसे बड़े गुडा बांध के 11 गेटों को खोलकर पानी की निकासी करनी पड़ रही है. हिंडोली इलाके के कैचमेंट एरिया में बारिश के कारण बांध में उफान आ गया. वहीं, जैतसागर झील और नवल सागर झील में पानी की भारी आवक हुई है, जिसके कारण जैतसागर के सभी गेट खोल दिए और नवल सागर के 6 गेट खोले गए हैं.
जैतसागर झील से निकले नाले पर बच्चे पानी का आनंद लेते हुए दिखाई दिए. पहाड़ों पर लगातार हो रही बारिश के चलते मंशापूर्ण गणेश जी मंदिर में भी पानी चला गया है और गर्भ गृह पूरी तरह से डूब गया है. उधर झालावाड़ में भी बारिश से कई इलाके जलमग्न हो गए हैं.

स्विमिंग पूल में तब्दील हुईं सड़कें
शहर के सभी तालाबों पर चादर चल रही है, जबकि कालीसिंध बांध के तीन गेट खोले गए हैं. भीमसागर बांध से भी गेट खोलकर पानी की निकासी की गई है और झालावाड़ शहर के दुर्गपुरा मार्ग स्थित नए तालाब की चादर चलने से सड़क स्विमिंग पूल में तब्दील हो गई है.
बता दें कि झालावाड़ को राजस्थान का चेरापूंजी कहा जाता है. यहां पर अब तक औसत बारिश के मुकाबले अब तक 109% बारिश हो चुकी है. माना जा रहा है कि आने वाले दिनों में हल्की-फुल्की बारिश का दौर भी जारी रहा तो बारिश का आंकड़ा 1250 मिमी को पार कर जाएगा. पानी वाले इलाकों में लोगों को जाने से रोका जा रहा है. प्रशासन ने अलर्ट जारी करते हुए लोगों को चेताया है कि नदी की पुलियाओं पर पानी हो तो उनको पर ना करें. ज्यादा ट्रैफिक वाली पुलियाओं पर पुलिसकर्मियों की तैनाती की गई है.