Rajasthan PTI Teacher: राजस्थान में हाल ही में बड़ी संख्या में पीटीआई टीचरों को बर्खास्त किया गया था. राजस्थान कर्मचारी चयन बोर्ड (RSSB) ने फर्जी डिग्री से नौकरी पाने वाले 129 पीटीआई टीचर को बर्खास्त कर दिया गया. जबकि वह पिछले 16 महीने से नौकरी कर रहे थे. बताया जाता है कि जांच कमेटी की रिपोर्ट आने के बाद पीटीआई टीचर बनने वालों पर कार्रवाई की गई है. बताया गया था कि टीचरों की मार्कशीट, डिग्री, ऑनलाइन और ऑफलाइन फॉर्म की जांच के बाद फर्जीवाड़े का खुलासा हुआ है. हालांकि अब बर्खास्त टीचर हाईकोर्ट में इसके खिलाफ याचिका दायर की है. जिसमें एक सवाल के बाद राजस्थान हाईकोर्ट ने शिक्षा विभाग और अन्य लोगों से जवाब मांगा है.
राजस्थान हाईकोर्ट ने माध्यमिक शिक्षा निदेशक समेत आधा दर्जन जिला शिक्षा अधिकारी (DEO) और यूनिवर्सिटी को तलब किया है और उनसे 20 फरवरी तक जवाब मांगा है.
याचिकाकर्ता ने पूछा सवाल
पीटीआई टीचर की नौकरी से बर्खास्त होने के बाद पीड़ित ने राजस्थान हाईकोर्ट में याचिका दायर की है. जिसमें कहा गया है कि जब डॉक्यूमेंट वेरिफिकेशन के बाद नौकरी दी गई थी तो अब डेटा मिसमैच कैसे हो सकता है. जब विभाग ने वेरिफिकेशन कर लिया है और नौकरी दी गई तो अब डेटा मिसमैच का कारण बताकर सेवा से बर्खास्त करना गलत है.
याचिकाकर्ता के इस सवाल के बाद राजस्थान हाईकोर्ट ने माध्यमिक शिक्षा निदेशक, आधा दर्जन जिला शिक्षा अधिकारी और यूनिवर्सिटी से इसका जवाब मांगा है. कोर्ट ने उन्हें 20 फरवरी तक इस बारे में जवाब मांगा है. इसके बाद आगे की सुनवाई की जाएगी.
129 पीटीआई शिक्षकों को बर्खास्त किया गया
पीटीआई भर्ती में फर्जीवाड़े का खुलासा होने के बाद अब 129 पीटीआई शिक्षकों को बर्खास्त कर दिया गया. बताया जाता है कि पीटीआई भर्ती में सफल अभ्यर्थियों की डिग्री या अन्य दस्तावेज का वेरिफिकेशन किया गया. इनमें कई के दस्तावेज फर्जी पाए गए या फिर मिसमैच हुए. इसके अलावा 244 अभ्यर्थियों के द्वारा फर्जी डिग्री और दस्तावेज से नियुक्ति हासिल करने की बात सामने आई थी. इन 244 पीटीआई टीचरों की लिस्ट शिक्षा विभाग को भेजी गई थी.
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