Neem Ka Thana Protest: राजस्थान में हाल ही में सरकार ने दूदू, केकड़ी, शाहपुरा, नीमकाथाना, गंगापुरसिटी, जयपुर ग्रामीण, जोधपुर ग्रामीण, अनूपगढ़ और सांचौर जिले को निरस्त करने का सरकार ने फैसला लिया था. जबकि तीन संभाग को भी खत्म कर दिया था. जिसमें पाली, सीकर और बांसवाड़ा संभाग शामिल है. लेकिन अब सीकर संभाग और नीमकाथाना जिला को वापस बनाने को लेकर संघर्ष चल रहा है. नीमकाथाना में 23 दिनों से आंदोलन किया जा रहा है. वहीं अब 30 जनवरी को चक्का जाम करने का फैसला किया गया है.
30 जनवरी से अनिश्चितकालीन चक्का जाम
नीमकाथाना जिला और सीकर संभाग बनाने की मांग को लेकर अभिभाषक संघ ने 30 जनवरी से चक्का जाम का ऐलान किया है. आपको बता दें कि अभिभाषक संघ द्वारा 21 दिन से पैन डाउन हड़ताल जारी है. अभिभाषक संघ के अध्यक्ष सत्यनारायण यादव ने बताया कि राजनीतिक द्वेष के कारण नीमकाथाना जिले ओर सीकर संभाग को खत्म किया गया है. जिससे कि लोगों में सरकार के फैसले के खिलाफ काफी आक्रोश है. उन्होंने कहा कि जब तक जिले ओर संभाग को बहाल नहीं किया जाता तब तक आंदोलन जारी रहेगा.
सत्यनारायण यादव ने ऐलान करते हुए कहा कि हम विरोध को और आगे बढ़ाएंगे. उन्होंने कहा कि विरोध में कोर्ट के बाहर 30 जनवरी से अनिश्चितकालीन चक्का जाम करेंगे.
23 दिन से कलेक्ट्रेट के बाहर अनशन जारी
कलेक्ट्रेट के सामने 23 दिन से जिला संघर्ष समिति के बैनर तले क्रमिक अनशन जारी है. बताया जाता है कि एसडीएम से लेकर कलेक्टर, सीएम और राज्यपाल तक को ज्ञापन सौंपे गए हैं. लेकिन कोई संज्ञान नहीं लिया जा रहा है. इसके साथ ही नीमकाथाना के सम्मान में युवा शक्ति मैदान में संगठन की ओर से भी 30 जनवरी को चक्का जाम का ऐलान किया हुआ है.
यह भी पढ़ेंः सरकार ने कहा नहीं खरीदेंगे MSP पर बाजरा, गहलोत बोले- 'लीजिए गारंटी बन रही है जुमला'
यह भी पढ़ेंः तस्करी की काली कमाई से अर्जित 1.15 करोड़ की संपत्ति सीज, राजस्थान में तस्कर के खिलाफ पुलिस की बड़ी कार्रवाई