
Rajasthan News: एक ऐसी बेटी जो अपने घर परिस्थितियों से लड़कर मेडिकल की तैयारी करती है. उसे उड़ीसा के एक सरकारी मेडिकल कॉलेज में दाखिला भी मिलता है. MBBS की पढ़ाई पूरी होने के कागार पर थी, खानदान की पहली डॉक्टर बेटी समाज में सेवाएं देने के लिए पूरी तरह तैयार थी. लेकिन प्रकृति को शायद यह मंजूर नहीं था, फाइनल ईयर की मोनिका मीणा दोस्तों के साथ घूंमने गईं और वह एक दर्दनाक हादसे की चपेट में आ गईं. आइए जानते हैं विस्तार से पूरी घटना क्या है...
देवझरन झरने में हुआ हादसा
दरअसल ओडिशा के संबलपुर जिले में स्थित देवझरन झरने में रविवार को एक दर्दनाक हादसे में वीर सुरेन्द्र साईं इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज एंड रिसर्च (VIMSAR), बुर्ला के दो एमबीबीएस अंतिम वर्ष के छात्रों की डूबने से मौत हो गई. जिसमें से एक मृतक की पहचान राजस्थान के करौली जिले की मोनिका मीणा के रूप में पहचान हुई है.
दोस्तों के साथ गई थी घूमने
जानकारी के अनुसार, यह घटना उस समय घटी जब वीआईएमएसएआर के छह छात्र पिकनिक मनाने के लिए देवझरन झरने पर पहुंचे थे. स्थानीय प्रशासन द्वारा पहले से ही मानसून के दौरान झरनों पर जाने पर प्रतिबंध लगाया गया था. इसके बावजूद इसके छात्र वहां पहुंच गए.
बताया जा रहा है कि नहाते समय मोनिका और संदीप फिसलकर गहरे पानी में गिर गए. प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, दोनों को तैरना नहीं आता था और मोनिका के सिर में गिरने के दौरान गंभीर चोट भी लगी थी, जिससे वह पानी में बह गईं.
एमबीबीएस अंतिम वर्ष में थे दोनों मृतक
मृतका मोनिका मीणा, राजस्थान के करौली जिले की रहने वाली थीं. उनका पैतृक गांव आम का जाहिरा, गुढाचंद्रजी (नादौती) गंगापुर सिटी के पास है. मोनिका के पिता एक सरकारी टीचर है. वे VIMSAR से एमबीबीएस अंतिम वर्ष की पढ़ाई कर रही थीं और भविष्य में डॉक्टर बनने का सपना देख रही थीं. संदीप पुरी दिल्ली निवासी थे और मोनिका के सहपाठी थे.
दोनों राज्यों की पुलिस को दी सूचना
घटना की सूचना मिलते ही दमकल विभाग की रेस्क्यू टीम और स्थानीय पुलिस मौके पर पहुंची और काफी मशक्कत के बाद दोनों के शवों को पानी से बाहर निकाला गया. शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है और संबंधित राज्यों की पुलिस को सूचना दे दी गई है.
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