
Rajasthan News: राजस्थान से एक बड़ी खबर सामने आई है. यहां राजधानी जयपुर में 23 बच्चे बाल सुधार से फरार हो गए हैं. बताया जा रहा है कि जो बच्चे बाल सुधार गृह से भागे हैं उनकी उम्र 15 से 18 साल है. इसमें जो बच्चे थे उन पर चोरी और हत्या का मामला था. इससे भी बड़ी दिलचस्प बात यह है कि इसमें एक बच्चा ऐसा है जो लॉरेंस बिश्नोई गैंग से ताल्लुख रखता है. यानी वह बच्चा बिश्नोई गैंग से सीधा संपर्क रखता है. ऐसे में अगर ये मामला लॉरेंस बिश्नोई गैंग से जुड़ा है तो यह काफी खतरनाक हो सकता है. क्योंकि राजस्थान में पहले से गैंगवार को लेकर पुलिस अलर्ट है.
आपको बता दें, साल 2023 में जनवरी माह में जी क्लब में जो एक फायरिंग हुई थी उसमें वह बच्चा शामिल है. जो बाल सुधार गृह से फरार हुआ है. और यही बच्चा लॉरेंस बिश्नोई गैंग से संपर्क रखता है ऐसा कहा जा रहा है.
3 बाल अपचारी को वापस लाया गया
बताया जा रहा है पुलिस लगातार भागे 23 बाल अपचारी को तलाश रही है. इस बीच 3 बाल अपचारी के मिलने की सूचना मिली है. वहीं, प्रमुख रूप से विश्नोई गैंग से संपर्क रखने वाले बाल अपचारी को ढूंढ़ा जा रहा है. क्योंकि उससे काफी सारी जानकारी हासिल हो सकती है.
जी क्लब में चली थी 19 राउंड गोलियां
जनवरी 2023 में जी क्लब में फायरिंग हुई थी. यह फायरिंग ऋतिक बॉक्स गैंग और लॉरेंस बिश्नोई गैंग के बीच हुई थी. कहा जाता है कि फिरौती के लिए 19 राउंड फायरिंग की गई थी. कहा जाता है कि यह फायरिंग दहशत फैलान के लिए रात में की गई थी.
बता दें, बाल सुधार गृह से जो 23 बच्चे फरार हुए हैं. उनमें से एक बच्चा जी क्लब में हुई फायरिंग में शामिल था.
बच्चों को भगाने का यह बच्चा है मास्टर माइंड
पुलिस का इस बात की आशंका है कि भागे हुए बच्चों में एक गैंगस्टरों से ताल्लुख रखता है. ऐसे में बाल सुधार गृह से बच्चों को भगाने में वह बच्चा मास्टर माइंड हो सकता है. क्योंकि यह बच्चा लॉरेंस बिश्नोई और रोहित गोदारा गैंग से ताल्लुख रखता है.
गार्ड की मिली भगत की भी आशंका
पुलिस ने गार्ड की मिली भगत पर भी आशंका जाहिर की है. उनका कहना है कि बगैर गार्ड के मिली भगत के इतनी बड़ी साजिश को अंजाम नहीं दिया जा सकता है. अब पुलिस जहां फरार बच्चों को तलाश रही है. वहीं हर पहलु से जांच शुरू कर दी है. क्योंकि यह मामला गैंगस्टरों से जुड़ा है तो इससे पूरा प्रशासनिक महकमा परेशान है.
इसके अलावी इन बच्चों में 3 के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज है. जबकि कुछ बलात्कार के केस में बाल सुधार गृह में बंद थे.
गौरतलब है पिछले छह महीन में बाल सुधार गृह में ऐसी घटनाएं लगातार बढ़ी हैं. इतन सारे बच्चों के एक साथ फरार होने से जिला प्रशासन में हड़कंप मच गया है और फरार बच्चों की धरपकड़ के लिए पुलिस कार्रवाई में जुट गई है. फरार बच्चों ने बाल सुधार गृह के स्टोर को तोड़कर फरार हुए हैं.