
Alwar Girl Suicide News: देश में आज भी बच्चों को अधिक अंक लाने का प्रेशर परिवार द्वारा दिया जाता है. ऐसे में बच्चे अवसाद में आकर कुछ गलत कदम उठा लेते हैं. ऐसा ही मामला राजस्थान के अलवर से सामने आया एक बच्ची ने 12 वीं में कम अंक लाए. इसपर परिवार के लोगों ने उसे डांटा तो आवेश में आकर बच्ची ने जहर खा लिया. जिसके बाद उल्टियां होने पर परिजन बच्ची को हॉस्पिटल लेकर गए. जहां इलाज के उसकी दौरान मौत हो गई.
मामला अलवर के गोविंदगढ़ थाना क्षेत्र की है. छात्रा संजना राजपूत न्याणा गांव की रहने वाली थी. उसके बड़े भाई रितिक राजपूत ने बताया- बहन ने 12वीं कला संकाय का एग्जाम दिया था. 20 मई को रिजल्ट आया था, जिसमें उसके केवल 42 पर्सेट अंक आए. थर्ड डिवीजन से पास होने और कम नंबर आने पर परिवार के लोगों ने उसे डांट दिया था. इस बात से नाराज होकर उसने घर में ही जहर खा लिया और चारपाई पर सो गई.
पशुओं को चारा देने उठी तो...
मां कमला ने उसे कहा कि पशुओं को चारा डाल दे. जब संजना खड़ी हुई तो उल्टियां होने लगी. तब मां ने परिवार के लोगों को बुलाया. पहले गोविंदगढ़ हॉस्पिटल में भर्ती करवाया गया. वहां से अलवर जिला हॉस्पिटल रेफर किया गया. उपचार के दौरान उसने शुक्रवार रात को दम तोड़ दिया.
सरकारी स्कूल में पढ़ती थी संजना
संजना की एक छोटी बहन स्नेहा और बड़ा भाई रितिक है. स्नेहा के इस साल 10वीं कक्षा में थी, उसके 60 पर्सेंट अंक आए हैं और प्राइवेट स्कूल में पढ़ती है. वहीं संजना गांव के ही सरकारी स्कूल में पढ़ती हैं. संजना के भाई रितिक ने 2021 में 12वीं कक्षा 91 पर्सेट अंक लिए थे. पिता राकेश राजपूत गांव में फल-सब्जी की दुकान चलाते हैं. संजना के भाई-बहनों के अच्छे नंबर आने पर उसे टोका जाता था. माता-पिता संजना को टोकते थे कि तुम पढ़ाई पर ध्यान नहीं देती हो. हालांकि संजना के भी 10वीं में 62 पर्सेंट अंक आए थे. रिजल्ट के दिन से संजना मायूस थी. भाई-बहनों के बीच में भी कम नंबर आने पर माहौल अच्छा नहीं था.
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