Rajasthan News: राजस्थान की राजनीति में वागड़ क्षेत्र का एक बहुत महत्वपूर्ण स्थान है. इस क्षेत्र में कांग्रेस के कद्दावर नेता महेंद्रजीत सिंह मालवीय का प्रभाव माना जाता है. फिलहाल मालवीय ने अब कांग्रेस पार्टी का साथ छोड़ दिया है. उन्होंने अब भारतीय जनता पार्टी का दामन थाम लिया है. इसके बाद पूरे क्षेत्र की राजनीति में उथल-पुथल मच गया है. जहां मालवीय का साथ मिलने से भारतीय जनता पार्टी में उत्साह का वातावरण है तो वहीं कांग्रेस पार्टी में वहीं मायूसी की स्थिति खड़ी हो गई है. जिसके चलते कांग्रेस का आला कमान क्षेत्रीय पार्टी भारत आदिवासी पार्टी के साथ गठबंधन पर विचार कर रही है.
कांग्रेस के सभी विधायक गठबंधन के खिलाफ
एनडीटीवी राजस्थान ने इस बारे में बांसवाड़ा जिले के सभी कांग्रेस विधायकों से बात की तो उन्होंने एक स्वर में कहा कि हम बाप पार्टी से गठबंधन के खिलाफ हैं और हम अकेले ही अपने दम पर लोकसभा चुनाव लड़कर जीतेंगे. उन्होंने कहा कि बांसवाड़ा डूंगरपुर लोकसभा क्षेत्र में कांग्रेस का मजबूत जनाधार है और 5 विधानसभा क्षेत्र में कांग्रेस को जीत मिली थी. जिससे कांग्रेस की जीत लोकसभा चुनाव में तय है. वहीं भारत आदिवासी पार्टी और भारतीय जनता पार्टी को दो-दो विधानसभा क्षेत्र में जीत मिली थी. इसको देखते हुए कांग्रेस को लोकसभा सीट में जीत ये मान रही है.
उत्साहित नजर आ रही भाजपा
वहीं इसके उलट भारतीय जनता पार्टी का दावा है कि वह मिशन 25 को पूरा करते हुए बांसवाड़ा डूंगरपुर लोकसभा क्षेत्र में जीत हासिल करेगी और मालवीया के भाजपा में आने से यह जीत और बड़ी होगी. कैबिनेट मंत्री बाबूलाल खराड़ी ने कहा कि भाजपा का सबसे बड़ा चेहरा देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उनकी गारंटी है. इसके जरिए हम आसानी से लोकसभा चुनावों में जीत हासिल करेंगे. हमें किसी गठबंधन की परवाह नहीं है.
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