
Kotputli News: आबकारी विभाग की कार्रवाई के दौरान पकड़े गए आरोपी को जबरन थाने से छुड़ाकर ले जाने, टीम के साथ मारपीट कर मोबाइल फोन छीनने का मामला सामने आया है. कोटपूतली विधायक के बेटे पर फोन पर धमकी देने और पकड़े गए आरोपी को साथ ले जाने के गंभीर आरोप लगे हैं. पीड़ित आबकारी कर्मी ने राजकार्य में बाधा, धमकी और अभद्रता सहित कई धाराओं में मामला दर्ज कराया है, जबकि पुलिस ने अब तक इस पूरे प्रकरण पर चुप्पी साध रखी है.
मामला सुंदरपुरा ढाढ़ा क्षेत्र का है, जहां अवैध शराब बेचने की सूचना पर आबकारी थाना प्रागपुरा की टीम ढाढा तिराहा गौशाला के पास पहुंची. टीम ने मौके पर एक व्यक्ति को संदिग्ध अवस्था में गत्ता कार्टन के साथ बैठे देखा. पुलिस को देखते ही वह भागने लगा, जिसे टीम ने दबोच लिया. इसी दौरान वहां भीड़ इकट्ठा हो गई.
लोगों ने पुलिस पर लगाए नकली हो के आरोप
पुलिस टीम के कंधे पर "EPF" लिखा देख लोगों ने उन्हें नकली पुलिस करार देते हुए विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया. इस पर आबकारी टीम ने व्यक्ति को पकड़कर आबकारी थाने ले गई. इसके बाद रात को आबकारी थाने के पदम सिंह के मोबाइल पर कोटपुतली विधायक के पुत्र पंकज पटेल का कॉल आया. कॉल के दौरान उन्होंने सिपाही पतराम को अपशब्द कहे और पदम सिंह को ट्रांसफर करवाने की धमकी दी.
कुछ ही देर में सात-आठ गाड़ियों में करीब 40-50 लोग थाना परिसर में पहुंचे और वहां मौजूद टीम के साथ हाथापाई शुरू कर दी. आरोप है कि टीम के मोबाइल फोन छीन लिए गए और पकड़े गए आरोपी को जबरन छुड़ाकर ले जाया गया.
पुलिस ने किया कई धाराओं में मुक़दमा दर्ज
इस पूरी घटना की जानकारी पदम सिंह ने थाना प्रागपुरा में दी और लिखित शिकायत दर्ज कराई. शिकायत के आधार पर पुलिस ने BNS की धाराओं 189(2), 121(1), 132, 333, 351(3), 221, 262 और 263(क) के तहत मामला दर्ज किया है. हालांकि, अब तक पुलिस ने इस पूरे प्रकरण पर कोई आधिकारिक बयान नहीं दिया है और जांच जारी है.
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