
Rajasthan Weather Update: भारत में 1 जून को मानसून की शुरुआत के बाद से सामान्य से सात प्रतिशत अधिक बारिश दर्ज की गई है, लेकिन यह वर्षा विभिन्न राज्यों में असमान रही है. इसी कड़ी में राजस्थान में भी एक बार फिर तेज बारिश का सिलसिला शुरू हो गया है, जिसने कई इलाकों में पानी भर दिया है और बाढ़ जैसे हालात पैदा कर दिए हैं. सोमवार को कोटा, भीलवाड़ा, चित्तौड़गढ़, पाली और झालावाड़ सहित कई जिलों में नदियां उफान पर आ गईं. प्रशासन ने भारी बारिश को देखते हुए एहतियात के तौर पर 11 जिलों में स्कूलों में अवकाश घोषित किया है. मौसम विभाग ने मंगलवार के लिए 3 जिलों के लिए रेड अलर्ट, 5 जिलों के लिए ऑरेंज अलर्ट और 19 जिलों के लिए येलो अलर्ट जारी किया है.
रिकॉर्ड तोड़ बारिश और जलभराव
मौसम विभाग के अनुसार, पिछले 24 घंटों में कई जगहों पर रिकॉर्ड तोड़ बारिश दर्ज की गई है. झालावाड़ के बाकनी में 61 मिमी, बारां के अटरू में 43 मिमी, छबड़ा में 26 मिमी, भीलवाड़ा के बिजौलिया में 64 मिमी, बूंदी के नैनवां में 28 मिमी और अलवर के बहरोड़ में 31 मिमी पानी बरसा. राजधानी जयपुर भी इस बारिश से अछूती नहीं रही. सोमवार देर शाम हुई बरसात से कई सड़कों पर पानी भर गया और ट्रैफिक जाम की स्थिति पैदा हो गई. जेएलएन मार्ग पर करीब एक इंच (25 मिमी) से अधिक बारिश दर्ज की गई, जबकि नरैना में 20 मिमी और फागी में 12 मिमी बरसात हुई.
— मौसम विज्ञान केंद्र जयपुर (@IMDJaipur) July 28, 2025
दैनिक मौसम रिपोर्ट
मौसम विभाग की डेली डेटा रिपोर्ट के अनुसार, राज्य में कुछ स्थानों पर हल्की से मध्यम वर्षा दर्ज की गई, जबकि कहीं-कहीं भारी वर्षा भी हुई. तापमान की बात करें तो राज्य में सर्वाधिक अधिकतम तापमान श्रीगंगानगर में 40.3 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान सिरोही में 20.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया. दर्ज प्रेक्षण के अनुसार राज्य के अधिकांश भागों में हवा में आर्द्रता की औसत मात्रा 70 से 100 प्रतिशत के मध्य दर्ज की गई.
1 अगस्त तक जारी रहेगी तेज बारिश
मौसम विभाग ने मंगलवार के लिए 3 जिलों के लिए रेड अलर्ट, 5 जिलों के लिए ऑरेंज अलर्ट और 19 जिलों के लिए येलो अलर्ट जारी किया है. विभाग का कहना है कि तेज बारिश का यह दौर 1 अगस्त के बाद ही कम होने की संभावना है.
अभी जारी रहेगा तेज बारिश का दौर
जयपुर मौसम विभाग के अनुसार, बंगाल की खाड़ी से बना डिप्रेशन अब कमजोर होकर लो-प्रेशर क्षेत्र में तब्दील हो गया है. यह सिस्टम इस समय पश्चिमी मध्य प्रदेश और पूर्वी राजस्थान की सीमा पर सक्रिय है. वर्तमान में मानसून की ट्रफ लाइन श्रीगंगानगर, झुंझुनूं होते हुए पूर्वी राजस्थान से गुजरती हुई लो-प्रेशर सिस्टम को जोड़ रही है. इसके अलावा एक और ट्रफ अरब सागर के उत्तरी-पूर्वी हिस्से से होकर मध्य गुजरात और दक्षिण-पूर्वी राजस्थान तक फैली हुई है. इन दोनों ट्रफ लाइनों और बंगाल की खाड़ी से आए सिस्टम के असर से राजस्थान के दक्षिण-पूर्वी जिलों में लगातार तेज बारिश का दौर जारी है.