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This Article is From Sep 18, 2023

राजस्थान में बारिश से तबाही, IMD का इन 10 जिलों के लिए अलर्ट, विधायक ने CM से की फसल मुआवजे की मांग

राज्यस्थान में बीते तीन-चार दिनों जारी बारिश कहीं आफत तो कहीं राहत बनकर बरस रही है. कई जिलों में बाढ़ जैसे हालात हो गए है. फसलें बर्बाद हो गई है. इधर मौसम विभाग ने 10 जिलों के लिए येलो अलर्ट जारी किया है.

राजस्थान में बारिश से तबाही, IMD का इन 10 जिलों के लिए अलर्ट, विधायक ने CM से की फसल मुआवजे की मांग

राजस्थान में बीते तीन-चार दिनों से हो रही भारी बारिश से जगह-जगह से तबाही के मंजर सामने आ रहे हैं. राज्य के कई जिलों में तेज बारिश का दौर जारी है. बांसबाड़ा, प्रतापगढ़, डुंगरपुर, जालौर, उदयपुर सहित अन्य जिलों में हुई मूसलाधार बारिश से निचले इलाकों में बाढ़ जैसे हालात है. कॉलोनियां और फसलें डूब चुकी हैं. सड़के झील बन चुकी है. डैम लबालब हो गए. जिसके बाद कई डैम के गेट भी खोल दिए गए. जिससे आस-पास के इलाके के साथ-साथ सहायक नदियों में उफान आ गया है. 

रविवार दोपहर से राजधानी जयपुर के अलग-अलग हिस्सों में बदल छाये रहे. आज जयपुर शहर के ट्रांसपोर्ट नगर, जवाहर नगर, गोनेर रोड, जगतपुरा, प्रतापनगर, जेएलएन मार्ग, आदर्श नगर, राजापार्क समेत कई हिस्सों में बारिश हुई. इधर जयपुर मौसम केन्द्र के निदेशक राधेश्याम शर्मा ने राजधानी जयपुर सहित 10 जिलों में बारिश का येलो अलर्ट जारी किया. मौसम विभाग के अनुसार उदयपुर, राजसमंद, चित्तौड़गढ़, प्रतापगढ़, अजमेर, भीलवाड़ा, जयपुर, दौसा, टोंक, नागौर में भारी बारिश की आशंका है. 

भारी बारिश के कारण बाँध का जलस्तर सीमा से ऊपर चला गया है.

भारी बारिश के कारण बाँध का जलस्तर सीमा से ऊपर चला गया है.

बांसवाड़ा में काफी बदतर हालात

बांसवाड़ा जिले में लगातार 36 घंटे से हो रही बारिश के चलते जिले में हजारों हेक्टेयर खेत जलमग्न हो गए. जिसके चलते किसानों द्वारा बोई गई फसल पूरी तरह बर्बाद हो गई है. वह अब पशुओं के लिए खाने लायक भी नहीं रही है.

लगातार बारिश के चलते खेतों में दो से तीन फीट तक पानी जमा हो गया है. इसके चलते जिले में करीब 50 फ़ीसदी फसल खराब होने का अंदेशा जताया जा रहा है. वहीं जिले में माही बैक वाटर के नजदीक के खेतों में भी पानी भर गया है. जिसके चलते खेतों में खड़ी फसल गिर गई है. अब उनके पकने की कोई संभावना नजर नहीं आती.

बारिश के कारण किसानों की फसल का भरी नुक़सान हो गया है

बारिश के कारण किसानों की फसल का भारी नुक़सान हो गया है.


बांसवाड़ा जिले में विशेष रूप से मक्का और सोयाबीन की फसल भी इस मौसम में की जाती है. जिसका रकबा करीब 2 लाख हेक्टर माना जा रहा है.बांसवाड़ा जिले के बागीदौरा, घाटोल, गनोडा, सज्जनगढ़ आनंदपुरी, कुशलगढ़ क्षेत्र में अत्यधिक बारिश होने से यहां लगभग सभी खेतों में पानी भर गया है. जिससे फसल पूरी तरह से बर्बाद हो चुकी है.

किसान अब सरकार से बर्बाद हुई फसल के बदले मुआवजा देने की मांग करने लगे हैं. किसानों का कहना है कि फसल की बुवाई के लिए जो रुपया कर्जा लेकर फसल बोई थी वह पूरी तरह बर्बाद हो चुकी है. कर्ज और ब्याज भी उसके ऊपर चढ़ गया है जिसको देखते हुए सरकार किसानों के हित में जल्द से जल्द निर्णय कर मुआवजा दिलाये जाने की व्यवस्था कर रही है.
 

प्रतापगढ़ जिले में हुई भारी बारिश 

प्रतापगढ़ जिले में भी बारिश कहर बरपाया है. चार दिनों से हो रही तेज बारिश से हालात बदतर बने है. जिले में कई स्थानों पर कच्चे मकान गिरने की सूचना भी आई है. जिले की एरावत नदी अपने पूरे उफान पर है. इस कारण  घंटाली घोड़ी तेजपुर मार्ग हुआ अवरुद्ध हो गया है. लोगों को भी आयने जाने में काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. 

 प्रतापगढ़ जिले का पीपलखूंट डाकघर और 33 केवी सब-स्टेशन की चारदीवारी गिरी गई है. जिस कारण विद्युत आपूर्ति गड़बड़ा गई है. आम लोगों को काफी तकलीफ का सामना करना पड़ रहा है.

जिले की धरियावद में नदी किनारे गिरे बिजली के पोल गिरने की खबरें सामने आ रही है. प्रदेश का सबसे ऊंचा 31 मीटर भराव क्षमता वाला जाखम बांध का जल स्तर अब 25 मीटर से ऊपर पहुंच चुका है. राष्ट्रीय राजमार्ग 56 पर वर्तमान में ट्रैफिक होने के कारण प्रभावित है.

कलेक्टर डॉक्टर इंद्रजीत यादव और एसपी अमित कुमार हालात का लगातार जायजा ले रहे हैं. साथ ही NDRF की टीम भी मौके पर लोगों की मदद के लिए तैनात है.

अजमेर में कुछ ऐसा है हाल 

अजमेर में भी हालात कुछ यूँ ही मिलेजुले से है. कहीं आफत की बारिश है तो कही राहत की बारिश है, शहर का मौसम सुहाना हो गया है. जिले के सभी पर्यटन स्थलों पर लोग बारिश का आनंद ले रहे हैं.

अजमेर की बारिश भादवा के महीने में सावन जैसा महसूस करा रही है. अजमेर में बारिश के चलते सोमवार की सुबह ठंडी हवा के साथ बारिश होने लगी तो वहीं दोपहर होते ही काले बादलों के साये ने मौसम का मिजाज बदल दिया.

अजमेर में पर्यटन स्थलों पर लोगों की भीड़ उमड़ रही है

अजमेर में पर्यटन स्थलों पर लोगों की भीड़ उमड़ रही है

तेज गरज और चमक के साथ बौछारें पड़ने लगी. बादलों की आवाजाही और बीच-बीच में रिमझिम फुहारों से मौसम भी सुहाना हो गया. जिले के तापमान में भी गिरावट दर्ज की गई है.

मौसम विभाग ने बुधवार तक आसमान में बादल छाए रहने और हल्की बारिश की संभावना जताई है. वर्तमान में मानसून का ट्रफ यानी हवा के कम दबाव का क्षेत्र राजस्थान के आस-पास है. इसके चलते जयपुर, अजमेर, भीलवाड़ा, बीकानेर के आसपास के जिलों में मानसून मेहरबान होने वाला है.

इसी तरह के मौसम के चलते शेरवासी आना सागर बारादरी पुष्कर रोड स्थित मांझी छत और शहर के अलग-अलग पर्यटन स्थल पर भी लोग मौसम का मजा लेने पहुंचे. आनासागर पर शहर वासियों ने अपने परिवार के साथ मौसम का मजा लेते हुए सेल्फी भी ली.

फसल मुआवजे के लिए विधायक ने सीएम को लिखा पत्र

इधर बारिश से बर्बाद हुई फसल के लिए मुआवजे की मांग भी तेज हो गई है. किसानों के साथ-साथ विधायक ने भी सीएम को पत्र लिखकर मुआवजे की मांग की है. रानीवाड़ा विधायक ने सीएम को पत्र लिखा है. विधायक नारायण सिंह देवल ने क्षेत्र में हुई बेमौसम बारिश से किसानों को खराब हुई फसल मुहावजा देने की मांग की. 

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