Elephant ride in Amer Fort: जयपुर के आमेर किले में हाथी की सवारी आज (19 दिसंबर) से महंगी हो गई है. अब सवारी के लिए पर्यटकों को 1500 की जगह 2500 रुपए देने होंगे. मंगलवार को कोर्ट ने दर बढ़ाने के आदेश को रद्द किया था. पुरातत्व विभाग के निदेशक पंकज धीरेन्द्र ने जानकारी देते हुए बताया कि नई दरों के लिए हाथी मालिकों के साथ जल्द बैठक होगी. हालांकि फोर्ट में हाथी की सवारी शुल्क को लेकर काफी समय से बहस चल रही है. पर्यटकों (Tourist) के लिए असल दर क्या हो, इसे लेकर बीच का रास्ता निकालने की कवायद भी हुई. अब विभाग ने नई दरें लागू कर दी है.
दरें घटाने के बाद मचा कोर्ट पहुंचा था मामला
पिछले महीने ही पुरातत्व विभाग ने हाथी सवारी की दरें 2500 से घटाकर 1500 कर दी थी. इस फैसले का काफी विरोध भी हुआ. हाथी मालिक इसके खिलाफ हाईकोर्ट पहुंच गए. उनका कहना था कि हाथी पालना काफी खर्चे का काम है. सरकार ने जो दरें तय की हैं, उससे खर्च चलाना मुश्किल है.
यहां जानिए गाइड और हाथी मालिकों के तर्क
याचिकाकर्ताओं के मुताबिक, एक हाथी को पालने में 3500 से 4 हजार रुपए तक खर्च आता है. रेट बढ़ने से मालिकों को राहत मिली थी. रेट कम होने से महंगाई के कारण मालिकों पर भार पड़ रहा है. दरें घटने के बाद गाइड का कहना था कि जब दरें बढ़कर 2500 हुई थी तो काफी टूरिस्ट के बुकिंग कैंसिल हुई थी. जबकि चार्ज कम होने के चलते राहत महसूस हुई है.
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