
Sri Ganga Nagar News: नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो की जोधपुर जोनल यूनिट ने एक बड़ी कार्रवाई करते हुए श्रीगंगानगर में एक फ्लैट में चल रही ड्रग फैक्ट्री (क्लैंडेस्टाइन लैब) का पर्दाफाश किया है. यह लैब मेफेड्रोन (MD) नामक सिंथेटिक नशे की ड्रग बनाने के लिए चलाई जा रही थी. कार्रवाई सोमवार तड़के 8 जुलाई को की गई, जब एनसीबी की टीम ने ड्रीम होम्स अपार्टमेंट्स, ऋद्धि-सिद्धि एन्क्लेव स्थित एक फ्लैट पर छापा मारा. यहां से करीब 780 ग्राम MD ड्रग बरामद की गई, जिसे नशे के बाजार में बड़ी कीमत पर बेचा जाता है.
मेफेड्रोन एक खतरनाक सिंथेटिक ड्रग है जो Euphoric (नशे में झूमने जैसा) अहसास देती है, लेकिन इसकी लत से मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य पर गंभीर असर पड़ता है. इसके अलावा फ्लैट से बड़ी मात्रा में रासायनिक केमिकल्स और लैब इक्विपमेंट भी बरामद हुए हैं, जिनका इस्तेमाल ड्रग बनाने में किया जाता है. इनमें एसीटोन, बेंजीन, ब्रॉमीन, मिथाइलअमीन, सोडियम बाइकार्बोनेट, आइसोप्रोपाइल अल्कोहल, 4-मिथाइल प्रोपियोफेनोन जैसे खतरनाक केमिकल्स शामिल हैं.
दो टीचर हुए गिरफ्तार
एनसीबी ने मौके से दो आरोपियों को गिरफ्तार भी किया है. दोनों ही श्रीगंगानगर जिले के रहने वाले हैं और चौंकाने वाली बात यह है कि दोनों ही पेशे से टीचर हैं. एक आरोपी (35 साल) प्राइवेट स्कूल में केमिस्ट्री टीचर है. दूसरा आरोपी (25 साल) सरकारी स्कूल में विज्ञान का शिक्षक है.
एनसीबी कर रही जांच
जांच में सामने आया है कि इन दोनों ने करीब दो महीने पहले फ्लैट किराए पर लिया था और ड्रग लैब के लिए केमिकल्स और उपकरण दिल्ली से मंगवाए थे. एनसीबी इस मामले में अब यह पता लगाने में जुटी है कि इस सिंथेटिक ड्रग सप्लाई के पीछे और कौन लोग जुड़े हैं. एनसीबी ने हाल ही में देश भर की पुलिस एजेंसियों को ऐसे क्लैंडेस्टाइन लैब्स की पहचान के लिए “रेड फ्लैग इंडिकेटर्स” भी साझा किए हैं.
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