
Urea shortage in Rajasthan: राजस्थान के कई हिस्सों में अब यूरिया खाद की किल्लत हो रही हैं. कोटपूतली के प्रागपुरा में यूरिया के लिए किसानों की लंबी लाइन नजर आई. मांग इस कदर है कि ग्राम सेवा सहकारी समिति कार्यालय पर आज जब यूरिया खाद की गाड़ी आई, तो किसानों की लंबी लाइन लग गई. इस गाड़ी में करीब 900 यूरिया खाद के कट्टे थे. लेकिन वह भी खाली हो गई है. क्षेत्र में बारिश के चलते मांग बढ़ गई है. इसी वजह से किसान घरेलू कामकाज भी छोड़कर सुबह से खाद बिक्री केंद्र पर पहुंचने शुरू हो जाते हैं. इनमें महिला किसान भी शामिल हैं, जो घर का कार्य छोड़कर यूरिया के लिए लाइनों में लगने को मजबूर हैं.
कई दिनों से हो रही कमी
अकेले प्रागपुरा की आबादी करीब 25 हजार है और आसपास के क्षेत्र के लोग भी यहां खाद लेने पहुंच रहे है. इसी वजह से अभी और भी ज्यादा यूरिया खाद की कमी है. वर्तमान में खेतों में उग रही बाजरे की फसल के लिए किसानों को खाद की जरूरत है, लेकिन यूरिया की कई दिनों से किल्लत चल रही है. प्रागपुरा जीएसएस अध्यक्ष उपेन्द्र सिंह शेखावत ने बताया कि इस खरीफ सीजन में 7000 कट्टे डीएपी बाजरा बुवाई के लिए और यूरिया खाद के अभी तक 19500 कट्टे उपलब्ध करवाए गए हैं. समिति द्वारा अधिकारियों से सम्पर्क कर क्षेत्रवासियों की आपूर्ति के लिए लगातार प्रयास किया जा रहा है.
एक आधार पर मिल रहा 2 बैग यूरिया
मुख्य कार्यकारी कैलाश चंद स्वामी ने बताया कि खाद केंद्र पर खाद की सीमित उपलब्धता और किसानों की अधिक भीड़ के कारण एक आधार कार्ड से केवल 2 बैग यूरिया के दिए गए. इस वजह से उन किसानों को सबसे अधिक समस्या का सामना करना पड़ा, जिन्हें दो से अधिक यूरिया बैग की आवश्यकता थी. किसानों ने बताया कि यूरिया खाद की कमी के कारण उन्हें काफी परेशानी हो रही है.
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