
RAS Success Story: बीते बुधवार को राजस्थान की सबसे बड़ी प्रशासनिक परीक्षा, RAS 2023 का परिणाम जारी होते ही, सफल अभ्यर्थियों के चेहरे पर सपनों के सच होने की खुशी छा गई. इन सफलताओं में कई संघर्षों की कहानियां छुपी थीं- किसी ने अभावों के बीच तैयारी की, तो किसी ने अपने ऊपर लगे 'फर्जी' होने के दाग को धोने के लिए दिन-रात एक कर दिए. भरतपुर के ऐसे ही एक अभ्यर्थी हैं रजनीश गुर्जर. 2021 की विवादित SI भर्ती के कारण 'फर्जी थानेदार' का टैग झेल रहे रजनीश ने अपनी लगन और कड़े परिश्रम से RAS में चयन पाकर आलोचकों के मुंह बंद कर दिए हैं.
2021 की एसआई भर्ती में थे सबसे युवा सब इंस्पेक्टर
RAS 2023 में 404वीं रैंक हासिल करने वाले रजनीश गुर्जर, 2021 की एसआई भर्ती में मात्र 22 वर्ष की आयु में चयनित होकर सबसे युवा सब इंस्पेक्टर बने थे. हालांकि, भर्ती विवादों में आने के बाद उन्हें भारी चुनौतियों का सामना करना पड़ा. रजनीश ने बताया कि लोग उन्हें 'फर्जी थानेदार' कहकर बुलाते और शक करते थे, जिसके कारण उन्होंने गांव जाना छोड़ दिया और रिश्तेदारों से दूरी बनाकर अकेला रहना शुरू कर दिया था. उनके साथी अभ्यर्थियों ने भी स्वीकार किया कि कई होशियार उम्मीदवारों को इसी तरह के मानसिक तनाव से गुजरना पड़ा. लेकिन अब, RAS में चयनित होने के बाद रजनीश की स्थिति पूरी तरह से बदल गई है.

रजनीश गुर्जर
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RAS 2023 में हासिल की 404वीं रैंक
रजनीश गुर्जर ने भावुक होकर बताया कि वह और उनके SI भर्ती के ट्रेनिंग साथी सभी गंभीर मानसिक तनाव से जूझ रहे थे, लेकिन उन्होंने हार नहीं मानी. उन्होंने कहा, "मुझे अपनी प्रतिभा का परिचय देना था, इसलिए मैंने ट्रेनिंग के साथ-साथ पढ़ाई जारी रखी, जिसमें मेरे साथियों ने मार्गदर्शन किया." इसी का परिणाम है कि उन्होंने RAS 2023 में 404वीं रैंक हासिल की.
'फर्जी थानेदार'कहने वालों को लगा मुंह पर तमाचा
रजनीश ने इसे उन लोगों के मुंह पर तमाचा बताया जो उन्हें 'फर्जी थानेदार' कहकर ताने मारते थे. उन्होंने जोर देकर कहा कि इससे यह सिद्ध होता है कि हर कोई फर्जी नहीं है; सभी ने मेहनत की थी और वे होशियार अभ्यर्थी थे. उन्होंने कहा कि एक ही पक्ष को सुनने के बजाय दोनों पक्षों को सुनना चाहिए, क्योंकि कई होशियार SI अभ्यर्थी बेवजह बदनाम हुए हैं.
SI विवाद के तानों से दोस्त ने तानों से किया था सुसाइड
उन्होंने एक घटना साझा करते हुए कहा कि उनके साथी राजेंद्र सैनी इसी मानसिक तनाव को झेल नहीं पाए और उन्होंने अपनी जीवन लीला समाप्त कर ली. रजनीश ने बताया कि राजेंद्र सैनी का पूरा परिवार, जिसकी आर्थिक स्थिति बेहद खराब है, अब उनके साथियों की जिम्मेदारी पर है.
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