Kota News: रेलवे देश की धड़कन है. बिना इसके आम आदमी के लिए देश के एक छोर से दूसरे छोर जाना संभव ही नहीं है. भारतीय रेलवे रोजाना लाखों लोगों को उनकी मंजिल तक पहुंचाने में इसका अहम भूमिका अदा करता है. हालांकि, देश में बढ़ रहे शहरीकरण, मिडिल क्लास की डिमांड और पर्यटन के प्रति बढ़ते रुझान ने रेलवे को भी बदलाव की दौड़ में शामिल कर दिया है.
देश की इसी गति से तालमेल बैठने के लिए पश्चिम मध्य रेल के कोटा स्टेशन के भी पुनर्विकास ने गति पकड़ ली है. स्टेशनों के पुनर्विकास कार्यों की समीक्षा भी निरंतर की जा रही है. वरिष्ठ मंडल वाणिज्य प्रबंधक रोहित मालवीय ने बताया कि कोटा स्टेशन के पुनर्विकास का काम अप्रैल 2025 तक पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है.
अबतक कोटा स्टेशन की वर्तमान प्रगति
1. सर्वेक्षण और मिट्टी की खोज पूर्ण
2. सामुदायिक भवन और रेलवे संस्थान को तोड़ने का कार्य पूर्ण
3. प्लेटफार्म संख्या 04 पर अस्थायी बुकिंग काउंटर चालू
4. प्राधिकरण अभियंता कार्यालय का कार्य प्रारंभ
5. सभी प्लेटफार्मों पर अस्थायी कार्यालय का काम पूरा
6. प्लेटफार्म संख्या 04 पर मौजूदा स्टेशन भवन को तोड़ने का कार्य पूर्ण
7. गुणवत्ता नियंत्रण प्रयोगशाला चालू
8. प्लेटफार्म संख्या-2/3 से सोलर पैनल की शिफ्टिंग
9. रियर स्टेशन कार्य के लिए सुरक्षा कार्य (बैरिकेडिंग) एवं डिसमेंटल कार्य के लिए पीएफ 2/3 पर सुरक्षा कार्य (बैरिकेडिंग)
10. प्लेटफार्म संख्या-2/3, आगमन हॉल-1 के पोर्च में मौजूदा इमारतों को तोड़ने का काम पूर्ण
कोटा एवं डकनिया तलाव स्टेशनों को पुनर्विकसित करते समय स्टेशन डिजाइन के मानक तत्वों को ध्यान में रखते हुए कार्य किया जा रहा है.
आपको बता दें कि देश में रेलवे स्टेशनों की तस्वीर बदलने वाली है. रेलवे स्टेशनों को स्मार्ट बनाने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 6 अगस्त को देशभर में 508 रेलवे स्टेशनों के रिडेवलेपमेंट की आधारशिला रखी थी. जिसमें एक साथ देशभर के 508 स्टेशनों के नवीनीकरण वाली इस योजना के लिए स्टेशनों पर कार्यक्रम का आयोजन किया गया था.
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