Ayodhya Ram Mandir Opening: अयोध्या में निर्माणाधीन भगवान श्रीराम के भव्य मंदिर के उद्घाटन का समय नजदीक आ रहा है. ऐसे में देश की सियासत में कई चर्चाएं शुरू हो गई हैं. कुछ लोग 550 साल बाद भगवान राम को 'पक्की छत' मिलने की खुशी मना रहे हैं. जबकि कुछ राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा का निमंत्रण न मिल पाने से नाराज हैं. बुधवार को राजस्थान के पूर्व डिप्टी सीएम और टोंक विधायक सचिन पायलट का भी एक बयान सामने आया है, जिसके बाद प्रदेश की सियासी गलियारों में कई कयास लगाए जाने लगे हैं.
'ये भावनात्मक मुद्दा हैं....'
जयपुर में मीडिया को संबोधित करते हुए अयोध्या जाने के सवाल पर सचिन पायलट ने कहा, 'मुझे अपनी आस्था प्रकट करने और मंदिर में दर्शन करने के लिए किसी न्योते की जरूरत नहीं है. मेरा जब मन करेगा, मैं जाऊंगा. देश में जितने भी तीर्थ हैं, वहां सब हमारे साथी लोग जाते हैं. ये भावनात्मक मुद्दा है, धार्मिक मुद्दा है, इस पर राजनीति करना गलत है.आपको (बीजेपी) को राजनीति करनी है तो मुद्दों पर करें. आप निवेश पर करें, गरीबों पर करें, किसानों पर करें, अपनी आर्थिक नीतियों पर करें, महंगाई कम कैसे करें उस पर चर्चा करें.'
#WATCH जयपुर, राजस्थान: कांग्रेस नेता सचिन पायलट ने कहा, "मुझे अपनी आस्था प्रकट करने और मंदिर में दर्शन के लिए किसी के न्योते की जरूरत नहीं है। मेरा जब मन करेगा जाउंगा। देश के सभी तीर्थों पर हमारे साथी जाते हैं, ये भावनात्मक और धार्मिक मुद्दा है, इस पर राजनीति करना गलत है।… pic.twitter.com/TRy97yDAJ4
— ANI_HindiNews (@AHindinews) January 10, 2024
'मुझे नहीं लगता फर्क पड़ेगा'
पायलट ने आगे कहा, 'विश्व बाजार में कच्चे तेल का दाम आधा हो गया है, लेकिन भारत सरकार दाम कम नहीं कर रही है. आपने लोकलुभावने वादे दिए हैं. देश में 80 करोड़ लोगों को आप रस्ता भोजन उपलब्ध करा रहे हैं. और आप कहते हैं कि आप बहुत ज्यादा विकसित हो गए हैं. भाजपा कुछ काम करे तो वो योगदान है, श्रम दान, वो अच्छी नीति है. बाकी पार्टियां करें तो रेवड़ी है. मुद्दों पर चर्चा हो, मुद्दों पर चुनाव हों, हम इसके लिए तैयार हैं. लेकिन भावनात्मक मुद्दों पर राजनीति करके वोट बटोरने का काम जो किया जा रहा है, ये गलत है. इसीलिए मुझे नहीं लगता कि उससे बहुत ज्यादा फर्क पड़ेगा.'
'वरिष्ठ नेताओं की उपस्थिति पुष्टि नहीं'
इससे पहले अयोध्या राम मंदिर निर्माण समिति के अध्यक्ष ने प्रतिष्ठा समारोह के लिए पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी, कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और लोकसभा में पार्टी के नेता अधीर रंजन चौधरी को आमंत्रित किया था. हालांकि, पार्टी की ओर से अभी तक वरिष्ठ कांग्रेस नेताओं की उपस्थिति की पुष्टि नहीं की गई है. विशेष रूप से, 22 जनवरी को राम मंदिर 'प्राण प्रतिष्ठा' के लिए तैयारियां जोरों पर चल रही हैं, जिसमें गणमान्य व्यक्ति और सभी क्षेत्रों के लोग शामिल होंगे. श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट ने 22 जनवरी को दोपहर में राम मंदिर के गर्भगृह में राम लला को विराजमान करने का निर्णय लिया है.
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