
राजस्थान सरकार के बर्खास्त मंत्री राजेन्द्र गुढ़ा लाल डायरी को लेकर राजस्थान की राजनीति में सुर्खियों बने हुए है. उदयपुरवाटी विधायक ने आज लाल डायरी के तीन पन्ने मीडिया के सामने सार्वजनिक किए हैं. इन पन्नों में आरटीडीसी चैयरमैन धर्मेंद्र राठौड़ के द्वारा राजस्थान क्रिकेट एसोसिएशन यानी आरसीए के चुनाव में पैसों के लेनदेन का जिक्र किया गया है. इस डायरी में मुख्यमंत्री के बेटे वैभव गहलोत और मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के सचिव देवाराम सैनी का भी जिक्र किया है. गुढ़ा ने अपने विधायक आवास पर प्रेस कॉन्फ्रेंस बुलाकर डायरी के पन्नों में आरटीसीसी के चैयरमैन धर्मेंद्र राठौड़ की लिखावट होने का दावा किया है.
राजस्थान के बर्खास्त मंत्री राजेंद्र गुढ़ा अपने विधायक आवास पर मीडिया से बातचीत करते हुए लाल डायरी के तीन पन्ने मीडिया के सामने सार्वजनिक किए. इन पन्नों में आरसीए चुनाव में किए गए लेनदेन का जिक्र किया गया है. गुढ़ा ने दावा किया कि यह वही डायरी है जब 2020 में धमेंद्र राठौड़ के ठिकानों पर ईडी के द्वारा छापेमारी की कार्यवाही के दौरान लेकर आए थे.
डायरी के पन्नों में किन बातों का जिक्र किया गया है?
डायरी के एक पेज पर लिखा है कि 'इसके बाद फिर अविनाश पांडे जी, सचिन पायलट जी के पीछे पीछे मैं ... अल्बर्ट हॉल व्यवस्था देखने पहुंचे. इसके बाद मैं घर आया. घर पर भवानी सामोता, राजीव खन्ना आए, आरसीए चुनाव का हिसाब किया. भवानी सामोता ने ज्यादातर लोगों से जो वादा किया था वो पूरा नहीं किया तो मैने कहा यह ठीक नहीं है. आप इसे पूरा करो. तब भवानी सामोता ने कहा मैं सी.पी. साहब की जानकारी में डालता हूं, फिर 31 जनवरी तक फाइनल बता दूंगा.'
डायरी के एक पन्ने में लिखा है कि इसके बाद शिवेन्द्र शेखावत आए, इनके काम के लिए मैने पी. रमेश आईएएस को फोन किया फिर मुम्बई वाले रैगर समाज के अध्यक्ष श्रवण नवल चम्पालाल आए. ये लोग सीएम साबह को 9 फरवरी को बुलाना चाह रहे हैं. इसलिए फिर मैंने देवाराम सैनी आरएएस ओएसडी टू सीएम को फोन किया. देवाराम सैनी के फादर एसएमएस में भर्ती है। सो मैंने हालचाल जाने. जुगल मीणा ओएसडी टू सीएम का फोन आया कि जोधपुर वाले कुछ लोग जयपुर राहुल जी की रैली में आ रहे हैं. सो इनका खाने पीने का इंतजाम आपको करना है. तब मैंने हाइवे किंग के मालिक रतन यादव को यह व्यवस्था करने के लिए कहा. डायरी के दूसरे पन्ने में लिखा है कि 'वैभवजी मेरे दोनों के आरसीए चुनाव खर्चे को लेकर चर्चा हुई कि भवानी सामोता किस तरह तय करके लोगों को अब तक पूरे पैसे नहीं दे रहा है.'
आपको बता दें कि 24 जुलाई को राजेंद्र गुढ़ा को स्पीकर के सामने लाल डायरी लेकर सदन में गए थे. संसदीय कार्यमंत्री शांति धारीवाल की टेबल पर जाकर उनका माइक नीचे कर दिया था. इस दौरान कांग्रेस विधायकों से गुढ़ा की धक्का-मुक्की हुई थी. इस घटना पर गुढ़ा के अलावा बीजेपी विधायक मदन दिलावर को भी पूरे सेशन के लिए विधानसभा से सस्पेंड कर दिया गया था.