
Sawan Third Somvaar: सावन के पवित्र महीने के तीसरे सोमवार को लोगों में विशेष भक्ति और उत्साह देखने के मिला. पूरे राजस्थान के शिवालयों में सुबह से ही शिव भक्तों का तांता लगा हुआ है. बारिश की फुहारों और चारों ओर खिली हरियाली के बीच, यह माह हिंदू धर्म में एक अलग ही आस्था और विश्वास जगाता है. राज्य के विभिनेन जिलों में इस दिन आस्था के अनेक रंग देखने को मिले.
जोधपुर के ऐतिहासिक पातालेश्वर मंदिर में विशेष रौनक
राजस्थान की आध्यात्मिक राजधानी जोधपुर में सावन के तीसरे सोमवार पर शिवालयों में अद्भुत रौनक देखने को मिली. शहर के 235 वर्ष पुराने ऐतिहासिक पातालेश्वर मंदिर में सुबह से ही शिव भक्तों का हुजूम उमड़ा हुआ है. भक्तों ने वैदिक मंत्रोच्चार के साथ भगवान शिव और पार्वती को प्रसन्न करने के लिए पंचामृत अभिषेक और पूजा-अर्चन की.

पातालेश्वर मंदिर, जोधपुर
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पातालेश्वर मंदिर में महादेव का होता है विशेष रुद्राभिषेक
पातालेश्वर मंदिर के पुजारी ने बताया कि भगवान शिव को प्रसन्न करने के लिए सावन का महीना शास्त्रों में बेहद खास माना गया है, और सोमवार का दिन इसमें अत्यधिक विशेष होता है. चूंकि जोधपुर प्रदेश की धार्मिक राजधानी भी है, यह ऐतिहासिक मंदिर धार्मिक आस्था का एक बड़ा केंद्र है, जहां सावन के सोमवार को बड़ी संख्या में भक्त आते हैं. इस दिन यहां विशेष श्रृंगार, रुद्राभिषेक और कई अन्य धार्मिक कार्यक्रम भी आयोजित होते हैं. शिव भक्तों ने भी सावन के सोमवार के महत्व पर अपने विचार साझा किए.

डीग में उमड़ी भक्तों की भीड़
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डीग और भरतपुर में भी भक्ति का माहौल
डीग जिले के नगर कस्बे में स्थित हजारों वर्ष पुराने नागेश्वर मंदिर में भी भक्ति का अद्वितीय नजारा देखने को मिला. सूर्य की पहली किरणों के साथ ही महिलाएं, पुरुष और बच्चों का तांता लग गया, जो श्रद्धापूर्वक पूजा-अर्चना और दूध-जल अभिषेक किया. महिलाओं ने बताया कि उनकी मांगी हुई सभी मन्नतें भोलेनाथ ने पूरी की हैं. पार्षद पति फत्ते चंद सैनी ने बताया कि चार साल पहले जब उन्होंने अपनी पत्नी को नगर पालिका चुनाव लड़वाया था, तो उन्होंने नागेश्वर मंदिर में मन्नत मांगी थी. पुजारी जी ने उन्हें प्रसाद के रूप में एक चनोरी दी थी, और उनकी पत्नी एक वोट से चुनाव जीत गईं. उन्होंने बताया कि इस मंदिर में विराजमान भोले की ऐसी महिमा है कि दूर-दराज से लोग यहां पूजा-अर्चना और मनोकामनाएं मांगने आते हैं.

शिव के मंदिरों में भक्तों की भारी भीड़
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भगवान शिव के मंदिरों में उमड़ी भारी भीड़
वहीं, भरतपुर में भी सावन के तीसरे सोमवार पर भगवान शिव के मंदिरों में भक्तों की भारी भीड़ उमड़ी. सुबह से ही भक्त दर्शनों के लिए मंदिरों में पहुंचे. हर कोई भगवान का दूध से तो कोई जल से अभिषेक करता दिखा. और बेलपत्र और फूल चढ़ाकर अपनी श्रद्धा व्यक्त की. भरतपुर शहर के रंगेश्वर महादेव पर आए भक्तों ने कहा कि जो भी भक्त सावन के सोमवार को भगवान शिव की पूजा-अर्चना के साथ जो कुछ भी मांगता है, वह आसानी से मिल जाता है.
नई नाथ धाम में गूंजी हर-हर महादेव की गूंज
क्षेत्र के प्रसिद्ध नई नाथ धाम में दो दिवसीय लक्की मेला का आयोजन किया गया, जहां सावन के दूसरे सोमवार को भारी संख्या में श्रद्धालु उमड़े. दिनभर दर्शनों के लिए लंबी कतारें लगी रहीं और शाम की आरती में हजारों श्रद्धालुओं ने भाग लिया, जिससे पूरा वातावरण 'हर-हर महादेव' के जयकारों से गूंज उठा. लाखों की संख्या में उमड़े भक्तों के मद्देनज़र कड़ी सुरक्षा व्यवस्था की गई थी. मेला प्रबंधन में प्रशासन, पुलिस, चिकित्सा सहित सभी विभागों के अधिकारी और कर्मचारी तैनात रहे, जिससे यह आयोजन धार्मिक आस्था, भक्ति और व्यवस्था का एक अद्भुत संगम बन गया.