
Sextortion Case: अनजान नंबर से आ रहा कोई भी वीडियो कॉल उठाना काफी खतरनाक है. ऐसा करने से आप ब्लैकमेल करने वाले ऐसे साइबर फ्रॉड गिरोह के शिकार बन जाते जो आपसे लाखों रुपए की ठगी कर सकता है. इस गिरोह में पहले किसी लड़की का फोन आता था. कॉल उठाते ही अर्धनग्न लड़की सामने दिखती है. फिर आप फोन काटे उससे पहले आपका स्क्रीनशॉट ले लिया जाता है. और फिर बाद में फर्जी पुलिस और यूट्यूबर बताते हुए लोग आपसे लाखों की ठगी करते हैं. बीते कुछ दिनों में ऐसे कई मामले देश के अलग-अलग हिस्सों से सामने आया है. अब ताजा मामला राजस्थान के जोधपुर से सामने आया है. जहां एक रिटायर कर्मचारी से शातिर ठगों ने 1.02 लाख रुपए की ठगी कर ली. ऐसे मामलों से आप बचे इसलिए जरूरी है इन शातिरों की ठगी का पूरा तरीका जानना. आइए जोधपुर वाले उदाहरण से आपको पूरी कहानी बताते हैं.
जोधपुर के रिटायर कर्मी से 1.02 लाख रुपए की ठगी
जोधपुर के महामंदिर पुलिस थानाा क्षेत्र में रहने वाले कैंसर रोगी सेवानिवृत कर्मचारी को कुछ लोगों ने अपनी ठगी का शिकार बनाते हुए उनसे 1.02 लाख रुपए ऐंठ लिए. वीडियो के नाम पर डराया धमकाया और खाते में रुपए डलवाए. डराने धमकाने वाले खुद को दिल्ली साइबर क्राइम के अधिकारी बताते रहे.
इसमें एक यूट्यूब चैनल चलाने वाला भी शामिल है. मामला गत वर्ष नवंबर का है. पीड़ित ठगी और धमकाने के मामले को लेकर पुलिस की शरण में गए थे, मगर केस दर्ज नहीं किया गया. इतना ही नहीं पुलिस आयुक्त के नाम पर भी परिवाद दिया गया, फिर भी कार्रवाई नहीं हो पाई. अब कोर्ट की शरण लेकर इस बारे में केस दर्ज करवाया गया है। जिसमें पुलिस ने जांच शुरू की है.
पिछले साल 12 नवंबर को पहली बार आया था फोन
महामंदिर पुलिस थाना क्षेत्र में रहने वाले सरकारी सेवानिवृत कैंसर रोगी व्यक्ति की तरफ से यह मामला दर्ज करवाया गया है. इसमें बताया कि गत साल 12 नवंबर की रात को उनके मोबाइल पर किसी रिया शर्मा नाम की लडक़ी ने वाट्स अप कॉल किया था. तब वे बाथरूम में लघुशंका कर रहे थे.
कॉल जरूरी लगने पर उन्होंने उसे अटेंड कर लिया था. इसके बाद अगले दिन यानी 13 नबंबर को दिन में फिर उसी लडक़ी का कॉल आया कि उनका बाथरूम वाला वीडियो उनके पास में है और वह उसे वायरल कर देगी इसके लिए 51 हजार रूपए एक निजी बैंक में किसी राजकुमार शर्मा के खाते में डाल देवें.
वाट्सएप डीपी पर वर्दी वाली फोटो लगा ठगी कर रहे शातिर
घबराए हुए कैंसर रोगी वृद्ध ने बाद में रुपए उस शख्स के खाते में ट्रांसफर करवा दिए. इसके बाद 17 नवंबर को किसी मनोज कुमार तिवारी का कॉल आया और कहा कि वह दिल्ली साइबर क्राइम ब्रांच का एसएचओ बोल रहा है. उसने अपने वाट्सअप डीपी पर तीन स्टार की वर्दी के साथ फोटो लगा रखी थी और वीडियो कॉल भी वर्दी में ही किया था. उसने वीडियो को लेकर बात की और खाते में रूपए डालने को कहा. इस पर पीडि़त वृद्ध ने उसके बताए अनुसार एसबीआई में 20 हजार फिर 21 हजार रुपए ट्रांसफर करवाए.
यूट्यूब पर वीडियो अपलोड करने की धमकी देकर लिए रुपए
कथित तौर पर एसएचओ बने मनोज तिवारी ने बाद में एक यूट्बूर चैनल चलाने वाले आसिम कुमार से बात कराते हुए कहा कि वह यूट्यूब से वीडियो हटा देगा नहीं तो फेसबुक पर भी वीडियो का लोड कर देगा. नहीं तो इसके लिए 61 हजार रुपए खाते में डालने होंगे. इस पर घबराए हुए वृद्ध ने उसके खाते में यह रकम भी ट्रांसफर कर डाली.
एक बार पैसा देने के बाद बार-बार तंग करते है शातिर
19 नवंबर को किसी संतोष कुमार मीणा ने वाटसअप कॉल कर कहा कि वह दिल्ली साइबर क्राइम ब्रांच का एएसपी बोल रहा है. उसने वृद्ध को धमकाया कि खाते में डेढ लाख रूपए डाल देवें नहीं तो जयपुर हाईकोर्ट में वाद लगा कर दिल्ली तिहाड़ जेल में डलवा देगा. वृद्ध को बार बार फोन पर धमकियां मिलती रही. कथित रूप से पुलिस अधिकारी बने ठगों ने 1.02 लाख रुपए ऐंठने के साथ बार बार डेढ़ लाख रुपयों के लिए धमकाते रहे.
पीडि़त ने धोखाधड़ी और धमकाने को लेकर 20 नवंबर को महामंदिर थाने में रिपोर्ट दर्ज कराने पहुंचे थे, मगर केस दर्ज नहीं किया गया. इसके बाद उन्होंने पुलिस आयुक्त को भी परिवाद भेजा मगर केस दर्ज नहीं हो पाया. अब पीडि़त ने अदालत के मार्फत धोखाधड़ी, डराने धमकाने और रुपए ऐंठने का केस दर्ज करवाया है। जिस बारे में पुलिस ने जांच आरंभ की है.
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