भारत-पाकिस्तान सीमा पर गांधव-बाखासर हाईवे पर बनी हवाई पट्टी पर आज फिर से वायु सेना की ओर से लड़ाकू विमानों का अभ्यास होने जा रहा है. आज फिर जगुआर, सुखोई-30, एमकेआई जैसे लड़ाकू विमान का रिहर्सल होगा. आसमान में उनकी दहाड़ सुनाई देगी. ऑपरेशन सिंदूर के बाद पहला युद्धाभ्यास त्रिशूल चल रहा है, जिसके तहत गांधव- बाखासर हाईवे पर बनी हवाई पट्टी पर इमरजेंसी लैंडिंग होगी.
डेढ़ घंटे तक फाइटर प्लेन गरजेंगे
करीब डेढ़ घंटे तक बॉर्डर पार पड़ोसी मुल्क को फाइटर प्लेन की दहाड़ सुनाई देगी. यह पूरी तरह से ग्रामीण इलाका है, और यह एक हाईवे का हिस्सा है, जहां इमरजेंसी लैंडिंग के लिए वायु सेना के लिए विशेष तौर पर इस हवाई पट्टी का निर्माण कराया गया है. फिलहाल इमरजेंसी लैंडिंग और रिहर्सल को देखते हुए वायुसेना ने सड़क मार्ग को अभ्यास के लिए बंद कर कर दिया है.

2021 को हुआ था उद्घाटन
आमतौर पर देखा जाए तो यह एक भारतमाला परियोजना के तहत बना नेशनल हाईवे है, यहां से हर रोज आवागमन होता है. आज यहां विमान की दहाड़ सुनाई दे रही है. 8 सितंबर 2021 को इसका उद्घाटन हुआ था, जिसमें तत्कालीन रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नीतीन गडकरी ने उद्घाटन किया था. उद्घाटन के दौरान मिग 29, सुखोई 30, एमकेआई और हेरक्यूलिस C-130J जैसे विमान ने रिहर्सल और लैंडिंग की थी.
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