Sikar News: राजस्थान के सीकर शहर के बसंत विहार इलाके में बीती रात एक गर्भवती महिला की मौत का मामला सामने आया है. महिला की मौत से गुस्साए परिजनों और ग्रामीणों ने एक प्राइवेट नीरजा अस्पताल के बाहर एंबुलेंस में महिला का शव रखकर करीब 5 घंटे तक हंगामा किया.उन्होंने डॉक्टरों पर लापरवाही का भी आरोप लगाया. मामले को बढ़ता देख अस्पताल प्रशासन ने पुलिस को सूचना दी. मौके पर पहुंची पुलिस ने परिजनों को समझाने का प्रयास किया. लेकिन प्रदर्शन कर रहे लोगों ने पीड़ित परिवार को उचित मुआवजा और मेडिकल पर कार्रवाई की मांग की. कई घंटों तक चले प्रदर्शन के बाद रात करीब 12 बजे अस्पताल प्रशासन और परिजनों के बीच मांगों को लेकर सहमति बन गई. जिसके बाद पीड़ित परिवार महिला का शव लेकर अपने गांव के लिए रवाना हो गया.
अस्पताल में इलाज के दौरान मौत
जानकारी के अनुसार, सीकर जिले के लक्ष्मणगढ़ क्षेत्र के दूदवा गांव निवासी सोनू देवी को शुक्रवार को प्रसव के लिए शहर के नीरजा अस्पताल में भर्ती कराया गया था. जहां शनिवार को महिला का 7वें महीने में सर्जरी के जरिए प्रसव कराया गया. समय से पहले डिलवरी होने के कारण नवजात का वजन कम था, जिसके चलते बच्चे को अस्पताल के आईसीयू में भर्ती कराया गया. वहीं प्रसव के कुछ घंटे बाद ही महिला की तबीयत बिगड़ने लगी, जिसके चलते परिजन काफी घबरा गए.
परिजनों ने डॉक्टरों पर लगाया लापरवाही का आरोप
वहीं परिजनों का आरोप है कि महिला की हालत बिगड़ने के बाद भी अस्पताल के डॉक्टर महिला के ठीक होने का झूठा आश्वासन देकर उसका इलाज करते रहे. कई घंटों बाद जब महिला की हालत में सुधार नहीं हुआ तो उसे जयपुर रेफर कर दिया गया, जहां रास्ते में ही उसकी मौत हो गई. महिला की मौत के बाद गुस्साए परिजन महिला के शव को वापस नीरजा अस्पताल ले गए, जहां उन्होंने अस्पताल और डॉक्टरों पर इलाज में लापरवाही का आरोप लगाते हुए जमकर हंगामा शुरू कर दिया.
महिला की मौत से गुस्साए परिजन
महिला की मौत की खबर मिलते ही महिला के ससुराल और मायके पक्ष के लोग ग्रामीणों के साथ नीरजा अस्पताल के बाहर पहुंच गए. पीड़ित परिवार को न्याय दिलाने के लिए ग्रामीणों ने महिला के शव को अस्पताल के बाहर एंबुलेंस में रख दिया और धरना देकर बैठ गए. सूचना मिलने पर उद्योग नगर पुलिस अस्पताल के बाहर पहुंची और पहले मामले की जानकारी ली. फिर प्रदर्शन कर रहे लोगों को समझाने का प्रयास किया. लेकिन परिजन और ग्रामीण पीड़ित परिवार को उचित मुआवजा देने और लापरवाह डॉक्टर के खिलाफ कार्रवाई की मांग पर अड़े रहे.
5 घंटे तक शव रखकर किया प्रदर्शन
गर्भवती महिला की मौत के बाद शाम करीब सात बजे नीरजा अस्पताल के बाहर शुरू हुआ प्रदर्शन करीब 12 बजे तक जारी रहा. इस दौरान अस्पताल प्रशासन और परिजनों के बीच कई दौर की बातचीत हुई. करीब 12 बजे अस्पताल प्रशासन पीड़ित परिवार को उचित मुआवजा देने पर राजी हो गया. जिसके बाद प्रदर्शन खत्म हुआ और परिजन मृतक महिला सोनू देवी का शव लेकर अपने गांव के लिए रवाना हो गए.
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