Rajasthan News: राजस्थान विधानसभा के अध्यक्ष वासुदेव देवनानी द्वारा 6 अगस्त को लाडनूं कांग्रेस विधायक मुकेश भाकर को सदन की गरिमा को खराब के लिए विधानसभा से 6 महीने के लिए निलंबित कर दिया. अब यह मामला धीरे-धीरे बढ़ता जा रहा है. राजधानी जयपुर में मुकेश भाकर के निलंबन पर सियासी घमासान मचा हुआ है. विधायक के निलंबन के विरोध में आज लाडनूं ब्लॉक कांग्रेस कमेटी द्वारा डीडवाना जिला कलेक्ट्रेट के सामने सत्याग्रह आंदोलन शुरू किया गया है.
इस आंदोलन में लाडनूं विधायक मुकेश भाकर, लाडनूं के प्रधान, लाडनूं नगरपालिका अध्यक्ष और बड़ी संख्या में पार्टी पदाधिकारी शामिल हुए है. आंदोलन में भाजपा सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी और विरोध प्रदर्शन किया गया.
राष्ट्रपति के नाम देंगे ज्ञापन
सत्याग्रह पर बैठे विधायक मुकेश भाकर ने बताया की सत्याग्रह के बाद एक ज्ञापन राष्ट्रपति के नाम डीडवाना के जिला कलेक्टर को सौंपा जाएगा. भाकर ने बताया की निलंबन की कार्रवाई को लेकर कांग्रेस पार्टी अपनी रणनीति बना रही है और जो फैसला प्रदेश नेतृत्व करेगा, उसी अनुसार आगे की रणनीति बनाई जाएगी. साथ ही उन्होंने प्रदेश की भजनलाल सरकार को तानाशाह सरकार भी बताया.
स्पीकर पर लगाया आरोप
भाकर ने आरोप लगाया कि भाजपा सरकार पूरी तरह से फेल है. ऐसे में सदन में सरकार का बचाव कैसे किया जाए, इसकी पूरी जिम्मेदारी स्पीकर ने अपने ऊपर ले रखी है. स्पीकर पहले से ही तय करके आए थे कि मुझ पर कार्रवाई करेंगे, और इसीलिए उन्होंने मुझे निलंबित किया है. मुकेश भाकर ने कहा कि सरकार कितना भी दमन और अत्याचार करें, वे जनता के हितों की आवाज लगातार उठाएंगे. सरकार को जनता के मुद्दों पर जवाब देना ही होगा. उन्होंने कहा कि इस निलंबन के विरुद्ध वे कानूनी तरीका तलाश रहे है. जो पार्टी का आदेश होगा, उसी के अनुसार कार्रवाई करेंगे.
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