Rajasthan News: जयपुर इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर 2 दिन पहले डोमेस्टिक कार्गो से भारतीय मुद्रा जैसे दिखने वाली नोट में संदिग्ध इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस मिली थी. एयरक्राफ्ट के जरिए जयपुर एयरपोर्ट पर इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस का पार्सल आया, जिसके बाद सुरक्षा एजेंसियों ने चेकिंग की तो बैट्रीनुमा इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस मिलने से हाथ पैर फूल गए. एक बार ऐसा लगा कि शायद विमान में विस्फोट करने की कोई बड़ी साजिश तो नहीं रची गई. सीआईएसफ ATS जयपुर पुलिस की तमाम टीम में मौके पर पहुंची. लेकिन जांच हुई तो डिवाइस का असली खेल सामने आया.
असल में वह डिवाइस एक गैंबलिंग डिवाइस था जो ताश पत्तियों के साथ खेली जाने वाले जुआ में बेईमानी से जीतने के लिए स्कैनिंग करने वाला एक उपकरण है. जुआ घरों में ज्यादातर माफिया इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस को जासूसी कैमरे के रूप में इस्तेमाल करते हैं. यानी इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस अब एक बड़े गैंबलिंग रैकेट का सुराग बन चुका है.
छानबीन हुई तो पता चला की यह यह पार्सल दिल्ली के संजू नाम से डीटीडीसी कोरियर के जरिए भेजा गया था जिसे मंगोलपुरी स्थित डीटीडीसी के संचालक राधा बल्लभ शर्मा ने बुक किया था. तमाम एजेंसी मौके पर पहुंची और पूछताछ शुरू की तो पता चला दिल्ली के रहने वाले अमित बक्शी ये पार्सल डिलीवर किया था. अमित बक्शी से हुई पूछताछ के बाद आखिरकार तमाम सुरक्षा एजेंसी होने इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस को लेकर आए सच के बाद राहत की सांस ली.
गैंबलिंग में नया हाई-टेक खेल!
यही नहीं अमित बक्शी से हुई पूछताछ के बाद पुलिस ने संदीप कपूर उर्फ संजू और डीटीडीसी कोरियर के संचालक राधा बल्लभ शर्मा से भी कड़ी पूछताछ की. पूछताछ में पता चला कि इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस कोई विस्फोटक या आईडी नहीं है. बल्कि ताश पत्तियों के साथ खेली जाने वाले जुआ में बेईमानी से जीतने के लिए स्कैनिंग करने वाला एक उपकरण है. जुआ घरों में ज्यादातर माफिया इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस को जासूसी कैमरे के रूप में इस्तेमाल करते हैं. दिल्ली का रहने वाला संदीप कपूर मार्केट स्पाई प्लेइंग कार्ड और जुआ में होने वाले इन उपकरणों का कारोबार करता है. संदीप चीन से करेंसी प्लेट सप्लाई करता है जिन्हें भारतीय नोटों पर फिट किया जाता है. इन प्लेटो में चिप और बैटरी से मार्क्ड कार्ड के छिपे कोड स्कैन किए जाते हैं. संदीप कपूर और अमित बक्शी दोनों जीजा साले हैं. अमित बक्शी इस कारोबार के लिए यूट्यूब पर प्रमोशन वीडियो भी अपलोड करता है.
प्रकरण में शामिल तीनों को डिटेन किया गया
पुलिस ने पूरे प्रकरण में शामिल तीनों को डिटेन कर लिया है. जुए में कौन जीतेगा कौन हारेगा इस इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस के जरिए कंट्रोलिंग की जाती है. एटीएस समेत जयपुर पुलिस ने इस अवैध कारोबार को लेकर मुकदमा दर्ज कर लिया है. साथी एयरपोर्ट ठाणे में एयरक्राफ्ट को नुकसान पहुंचाने का भी मुकदमा दर्ज हुआ है. लेकिन हाईटेक जुआ और बढ़ती टेक्नोलॉजी के गैंबलिंग में कोई बड़ा सिंडिकेट या जुआ माफिया तो काम नहीं कर रहा. या फिर फर्जी बड़े के इस साजिश के बीच कौन है इसका असली मास्टरमाइंड इसको लेकर अब पुलिस की टीम जांच पड़ताल में जुट गई है.
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