शाहजहांपुर थाना क्षेत्र के सिरयानी गांव के रहने वाले और CISF में चालक पद पर तैनात जितेंद्र यादव का पैतृक गांव में सैन्य सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया. जवान 10 नवंबर को मध्य प्रदेश के बरवाह कैंप से अचानक लापता हो गए थे. उनकी गुमशुदगी को लेकर पुलिस और CISF दोनों की ओर से रिपोर्ट दर्ज कराई गई थी.
परिवार पर टूटा दुखों का पहाड़
19 नवंबर को बरवाह से लगभग चार किलोमीटर दूर दहीरवाल नाला-मेहता खेड़ा के जंगल में एक पेड़ से लटका हुआ शव मिला था. पुलिस ने CISF को सूचना दी और परिजनों द्वारा पहचान की पुष्टि के बाद शव का पोस्टमार्टम कराया गया. शव गांव पहुंचने पर माहौल भावुक हो गया. घर में मातम पसरा है, और परिजनों पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा है.
बेटे ने दी मुखाग्नि दी
जवान की 14 वर्षीय बेटी योगिता और 10 वर्षीय बेटे यशवीर का रो-रोकर बुरा हाल रहा. अंतिम संस्कार के दौरान उनके पुत्र ने मुखाग्नि दी. अंत्येष्टि में CISF जवानों की टुकड़ी, शाहजहांपुर थाना प्रभारी प्रकिता सिंह, सरपंच उमाशंकर यादव, जिला पार्षद वेदप्रकाश खबरी सहित बड़ी संख्या में ग्रामीण मौजूद रहे. सरपंच उमाशंकर यादव ने बताया कि जितेंद्र यादव वर्ष 2015 में CISF में भर्ती हुए थे.
वह 5 नवंबर को छुट्टी से लौटे थे और 10 नवंबर को बाजार जाने की बात कहकर कैंप से निकले थे, जिसके बाद वापस नहीं लौटे. जंगल में शव मिलने के बाद परिजनों ने पुलिस और CISF अधिकारियों की मौजूदगी में अंतिम संस्कार कराया.
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