Rajasthan Railway Network News: केंद्र सरकार ने राजस्थान को 2 नई रेल लाइनों की सौगात दी है. खास बात यह है कि दोनों ही रेल परियोजनाएं नागौर जिले के मेड़ता सिटी से जुड़ी है. रेल मंत्रालय ने गत 13 फरवरी को बहुप्रतीक्षित मेड़ता-पुष्कर और मेड़ता-रास रेल लाइनों को आधिकारिक रूप से स्वीकृति प्रदान कर दी है. इसके बाद इन लाईनों के निर्माण का रास्ता साफ हो गया है. मेड़ता - पुष्कर रेल लाइन 3 साल में बनकर तैयार होगी, जबकि मेड़ता-रास रेल लाइन का काम 4 साल में पूरा होगा.
3 दशकों से हो रही थी मांग
पिछले तीन दशक से मेड़ता से अजमेर के लिए सीधे रेल लाइन की मांग की जा रही थी. इस बीच अजमेर से पुष्कर तक रेल लाइन बिछ जाने के बाद पिछले लम्बे वक्त से मेड़ता से पुष्कर तक 51.34 किलोमीटर की दूरी तक रेलवे लाइन की मांग की जा रही थी. 3 महीने पहले रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव की तरफ से मौखिक रूप से सांसद दीया कुमारी को मेड़ता-पुष्कर और मेड़ता-रास रेल लाइन की स्वीकृति के बारे में जानकारी दी गई थी. अब रेल मंत्रालय के रेलवे बोर्ड की ओर से 2 लेटर जारी कर आधिकारिक रूप से इन दोनों लाइनों की स्वीकृति जारी कर दी गई है.
यह 9 नए स्टेशन बनेंगे
यह लाइनें तीन जिलों से होकर गुजरेगी, जिसके अंतर्गत 9 नए रेलवे स्टेशन बनेंगे. जिनमें मेड़ता सिटी (कात्यासनी), भैंसड़ा कलां, रियां बड़ी, कोड, नांद, धनेरिया, जसनगर, भूम्बलिया और रास में रेलवे स्टेशन बनेंगे. जबकि पुष्कर में पहले से ही रेलवे स्टेशन बना हुआ है. मेड़ता-पुष्कर रेल लाइन परियोजना के तहत नागौर और अजमेर जिले में रेलवे लाइन बनेगी. इसी तरह मेड़ता-रास रेल लाइन परियोजना के तहत मेड़ता और पाली जिले में रेलवे लाइन बिछाई जाएगी.
विकास के नए रास्ते खुलेंगे
इन रेल परियोजनाओं को स्वीकृति मिलने के बाद मेड़ता के साथ ही समूचे नागौर जिले में खुशी का माहौल है. उत्तर-पश्चिम रेलवे सलाहकार परामर्शदात्री समिति के सदस्यों ने खुशी जताई और कहा कि इन रेलमार्गों के बनने से मेड़ता का देश के विभिन्न क्षेत्रों से सीधा रेल नेटवर्क स्थापित होगा. साथ क्षेत्र के विकास के भी नए रास्ते खुलेंगे.
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