
प्रदेश के युवा मामले, खेल तथा सूचना एवं जनसंपर्क राज्यमंत्री अशोक चांदना ने कहा कि सनातन संस्कृति में कुदरत को भगवान माना गया है और कुदरत के संरक्षण के लिए प्रकृति को ईश्वर से जोड़ा गया है. चांदना शनिवार को अंतरराष्ट्रीय बाघ दिवस के अवसर पर नैनवां रोड़ क्षेत्र के अलगोजा रिसोर्ट में आयोजित समारोह को सम्बोधित किया. चांदना ने कहा कि बूंदी का रामगढ़ विषधारी टाइगर रिजर्व जिले के विकास और रोजगार की दृष्टि से बड़ा साधन साबित होगी. टाईगर सेंचुरी से जिले में पर्यटन विकास से रोजगार के अवसर बढ़ेंगे. जिले में बाघों का संरक्षण आमजन के सहयोग से संभव है.
चांदना ने कहा कि टाइगर रिजर्व में बाघों की संख्या बढ़ाने तथा इनके संरक्षण की वन विभाग के साथ ही बूंदी जिले के हर नागरिक की जिम्मेदारी है. टाइगर रिजर्व में बाघों के विस्थापन में वन विभाग की भूमिका सराहनीय हैं. टाइगर रिजर्व से बूंदी जिले का तेजी से विकास होगा. साथ ही उन्होंने बताया कि आगामी दिनों में जल्द ही टाइगर रिजर्व में दो बाघिन और लाई जाएंगी. पर्यावरण संरक्षण आज के समय की महत्ती आवश्यकता है.
इस अवसर पर जिला कलक्टर डॉ. रविन्द्र गोस्वामी ने कहा कि वन विभाग का कार्य चुनौतीपूर्ण है. पर्यावरण संरक्षण के लिए इनका काम तारीफ के काबिल है. टाइगर रिजर्व से जिले के चहुमुंखी विकास के साथ लोगों को रोजगार भी मिलेगा. जिला पुलिस अधीक्षक जय यादव ने कहा कि रामगढ़ विषधारी टाइगर रिजर्व देश में अलग पहचान बनाएगा. पर्यावरण संरक्षण में हम सभी को अपना योगदान देना चाहिए. पर्यावरण व वन्य जीवों के महत्व की जानकारी सभी को होनी चाहिए.
समारोह में बूंदी राजपरिवार के पूर्व सदस्य वंशवर्धन सिंह, उप वन संरक्षक एवं उप क्षेत्र निदेशक (कोर ) संजीव शर्मा, डीएफओ तरूण मेहता, पूर्व मानद वन्य जीव प्रतिपालक पृथ्वी सिंह राजावत, पीपुल फोर एनीमल के विठ्ठल सनाढ्य, सामाजिक कार्यकर्ता पुरूषोत्तम पारीक आदि मौजूद रहे.