
Rajasthan News: राजस्थान के पंचायत राज मंत्री मदन दिलावर शनिवार टोंक जिले के दौरे पर रहे. इस दौरान मंत्री एक गांव में एक्शन में नजर आए. मंत्री ने गांव के रास्तों में हो रहे कीचड़ को देखर नाराजगी जताई. जिस पर मंत्री बोले 12 लाख रुपया देते है. साल भर में सफाई का पैसा आखिर कहां जाता है.
इसका मतलब सरपंच, वीडियो और प्रधान सब मिले हुए है. मदन दिलावर ने शनिवार को टोंक जिले के पहाड़ी, भरनी और संथली गांवो का आकस्मिक निरीक्षण किया. जिसमें गांवो की हालत देख कर पंचायती राज मंत्री दिलावर यह कहते हुए बिफर पड़े कि ये गांव तो नर्क बन गया है.
'मंत्री बोले-गांव तो गंदगी से सड़ रहा है'
पंचायती राज मंत्री दिलावर ने टोंक जिले के गांवों का आस्मिक निरीक्षण किया. गांवों की सड़कों पर जमा कीचड़ और गंदगी को देखकर मंत्री के मुंह से सहज ही निकल आया कि गांव तो गंदगी से सड़ रहा है. हालात देख लग रहा है कि पिछले पांच साल में सफाई पर एक पैसा खर्च नहीं हुआ और स्वच्छ भारत मिशन का पैसा लगातार उठ रहा है.

मंत्री गांव की गंदगी देखकर हुए नाराज.
मंत्री ने सवाल किया कि तो फिर ये पैसा जा कहां रहा है. पांच साल में कम से कम 60 लाख रूपये इस गांव में आया तो वो कहां गया. मंत्री ने सरपंच को भी फटकार लगाते हुए कहा कि हम सरपंच जनता की सेवा करने के लिए बने है. परन्तु सेवा तो कर नहीं रहे. तो फिर सरपंच क्यों बने ?
'कमरे में बैठे रहना ही काम करना नहीं होता'
गांव की गली-गली घूमने के बाद मदन दिलावर ने ब्लॉक विकास अधिकारी राजेश यादव को भी यह कहते हुए फटकार लगाई की अगर आपके होते हुए गांव का ये हाल है तो फिर विकास अधिकारी की जरूरत क्या है?. मंत्री यही नहीं रुके उन्होंने जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी पुरुषोत्तम को फोन कर नाराजगी प्रकट करते हुए कहा कि कमरे में बैठे रहना ही काम करना नहीं होता.

मंत्री गांव की गंदगी देखकर हुए नाराज.
फील्ड में भी जाया करो. आपके जिले के पहाड़ी गांव नर्क बन रहा है और आपको पता ही नहीं. सफाई नहीं हुई तो गर्मी के मौसम में यहां बीमारियां फैलेंगी. मंत्री दिलावर ने सात दिन में पूरे ग्राम पंचायत की सफाई करने और पानी निकास की उचित व्यवस्था करने के निर्देश दिए.
ग्राम विकास अधिकारी का दूर स्थानांतरण के निर्देश
इसके बाद मंत्री दिलावर पहाड़ी पंचायत कार्यालय पहुंचे और पंचायत के कार्यालय रजिस्टर, मूवमेंट रजिस्टर और कैश रजिस्टर की जांच की. मंत्री ने विकास अधिकारी राजेश यादव को ग्राम विकास अधिकारी ज्योति मीणा को टोंक जिले में दूरस्थ स्थान पर स्थानांतरण करने का निर्देश दिया. मंत्री दिलावर ने अधिकारियों की क्लास लेने के बाद स्थानीय विधायक रामसहाय वर्मा को भी फोन पर आड़े हाथों लिया. मंत्री ने विधायक को कहा आप कभी पहाड़ी पंचायत में आए हैं. यहां के हाल तो देखो ?
विधायक को भी लगाई फटकार
विधायक ने इसके लिए ग्राम विकास अधिकारी को जिम्मेदार बताया तो मंत्री बोले आप ने तबादले के लिए इतने लंबी सूची दी, लेकिन सूची में इस ग्राम विकास अधिकारी का नाम क्यों नहीं दिया? अब आप की बात कभी नहीं मानूंगा. दिलावर ने अपने साथ चल रही टोंक जिला प्रमुख मती सरोज बंसल और निवाई प्रधान रामावतार लंगड़ी को भी नसीहत दी की,
ये सब ठीक नहीं आप अपने क्षेत्र का कभी दौरा भी नहीं करते. आपको पता ही नहीं गांव के क्या हालात है. मंत्री ने बीडीओ राजेश यादव को निर्देश दिए कि तीन दिन में विस्तृत रिपोर्ट बना कर मुझे भेजो, मैं दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करूंगा.
गांव की गंदगी के कारण कुंवारे रह रहे लड़के
गांव की गंदगी के कारण कुंवारे रह रहे लड़के गांव का निरीक्षण करने के दौरान गांव की महिलाओं ने शिकायत की कि गांव में आज तक कभी सफाई नहीं हुई. हम खुद ही नाली साफ करते है. पूरे गांव में रास्ते कीचड़ से जाम है. पैदल तो दूर की बात है. मोटर साइकिल से भी निकलना मुश्किल है.
गांव की बुजुर्ग महिलाओं ने दिलावर को बताया कि गांव के बुरे हालत के कारण इस गांव में कोई अपनी बेटी की शादी करने को तैयार नहीं होता. जिस कारण कुंवारे लड़कों की शादी करने में दिक्कत आ रही है. एक महिला ने बताया कि मेरे भाई बंधु मुझसे मिलने गांव नहीं आते. कहते है तेरी शादी इस गांव में करके गलती कर दी.
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