Rajasthan News: राजस्थान में हुए पेपर लीक केस की जांच के दौरान बड़ी कार्रवाई करते हुए एसओजी ने टोंक जिले के अलीगढ़ थाना क्षेत्र में रहने वाले चेतन मीणा को गिरफ्तार करने के बाद रिमांड पर ले लिया है. आरोपी चेतन जयपुर पुलिस अकादमी में ट्रेनिंग कर रहा था. एसओजी वहीं से मीणा को पूछताछ करने के लिए अपने ले गई थी, जिसके कुछ समय बाद उसे गिरफ्तार कर लिया गया.
एसआई परीक्षा 2021 का लाभार्थी
टोंक जिले के उनियारा सर्किल डीएसपी सालेह मोहम्मद ने बताया कि एसओजी ने पेपर लीक मामले को लेकर जो गिरफ्तारियां की हैं उनमें उनियारा सर्किल के अली नगर के निवासी चेतन कुमार मीणा की भी गिरफ्तारी हुई है. वो जयपुर पुलिस अकादमी में सब इंस्पेक्टर भर्ती परीक्षा 2021 का लाभार्थी था और वहां अपनी ट्रेनिंग कर रहा था. यह मामला एसओजी के अधीन है. इसलिए जयपुर स्तर पर ही कार्रवाई हुई है. पुलिस रिमांड में पूछताछ में उसके अन्य संपर्कों को लेकर जांच जारी है. टोंक जिले में चेतन से जुड़े लोग, रिश्तेदार व उसके संपर्कों पर भी जांच एजेंसियों की नजर है. सवाल यह है कि क्या टोंक से भी पेपर लीक मामले के तार जुड़े हैं?
चुनाव प्रचार में भी पेपर लीक की गूंज
लोकसभा चुनावों के प्रचार में भी पेपर लीक मामलों में अब तक हुई गिरफ्तारियों की गूंज जिले के प्रचार के दौरान खूब सुनाई दे रही है. भाजपा प्रत्याशी जहां युवाओं के साथ हुए पेपर लीक प्रकरण में धोखे पर गांवो में भाषण देकर युवाओ को आकर्षित करने में जुटे हैं. वहीं शिक्षा मंत्री और टोंक लोकसभा प्रभारी मदन दिलावर ने टोंक में भाषणों वह मीडिया को दिए बयानों में पूर्व मुख्य मंत्री अशोक गहलोत ओर गोविंद सिंह डोटासरा तक को जेल भेजने की बात कही है.
सीएम शर्मा ने भी दिया था बयान
राजस्थान के मुख्यमंत्री भजन लाल शर्मा ने टोंक जिले के देवली में पिछले दिनों भाजपा प्रत्याशी के समर्थन में रोड शो के बाद भाषण में कहा था, 'हमने अब तक 85 लोगों को पेपर लीक मामलों में गिरफ्तार किया है, जिन्होंने पेपर लीक मामले में नकल करी या पेपर इधर उधर करवाए. लेकिन अब बारी ठेकेदारों की है. कोई कितना भी बड़ा चेहरा हो, अब नहीं बच पाएगा. वह अंदर जाएगा.
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