Pachpadra bus stand in bad condition: प्रदेश के सबसे बड़े प्रोजेक्ट पचपदरा रिफाइनरी में कस्बे का रोडवेज बस बदहाल है. यह स्टैंड बाड़मेर-जोधपुर सड़क मार्ग के बीच में स्थित है. 25 साल पुराने इस रोडवेज बस स्टैंड की विभाग द्वारा सुध नहीं लिए जाने के कारण अब यह क्षतिग्रस्त होने लगा है. गांव के ही भामाशाह शाह बच्छराज चोपड़ा के परिवार ने इस बस स्टैंड का निर्माण करवाया था. उस दौरान जोधपुर व बाड़मेर मार्ग के सेंटर में होने के कारण लोगों ने इस जगह रोडवेज सब डिपो स्थापित करने की मांग भी थी. सरकार द्वारा इसका आश्वासन भी दिया गया था, लेकिन वो आज भी पूरा नहीं हो पाई. भामाशाह परिवार और जनप्रतिनिधि अब इसमें सुधार की मांग कर रहे है.
करीब 4.5 बीघा जमीन में झाड़ियों-गंदगी का अंबार
करीब 4.5 बीघा जमीन सफाई के अभाव में झाड़ियों व गंदगी का अंबार लगा हुआ है. विभाग की अनदेखी से यात्रियों को भी सुविधाओ का अभाव झेलना पड़ रहा है. इस बस स्टैंड में यात्रियों की सुविधाओं के लिए 1995 में पहले अत्याधुनिक विश्राम गृह, प्याऊ, पुलिस चौकी रूम, रोडवेज बुकिंग समेत भव्य बस स्टैंड का निर्माण किया गया. इस बस स्टैंड का उद्घाटन साल 2000 में हुआ.
70 बसों का होता है संचालन
रिफाइनरी निर्माण के साथ ही पचपदरा बालोतरा क्षेत्र में तेजी से विकास देखने को मिल रहा है. इस बस स्टैंड से रोजाना करीब 70 बसों का बाड़मेर-जोधपुर व फलोदी-जालोर-सिरोही मार्ग पर आवागमन हो रहा है. अब यहां यात्रियों की संख्या में भी इजाफा हुआ है. रिफाइनरी के साथ पेट्रोजोन के तहत नए उद्योगों की सम्भावनाओं के साथ विकास को देखते हुए अब सरकार ने भी इस बस स्टैंड की सुध ली है.
3 दशक के बाद अब हुआ बजट आवंटन
इस बस स्टैंड जीर्णोद्वार के लिए 90 लाख का बजट आवंटन किया गया है, जिससे इस बस स्टैंड का कायापलट हो सकेगा. अब बालोतरा के जिला बनने के साथ ही रोडवेज सब डिपो खोलने की आस भी जगने लगी है.
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