 
                                            Rajasthan News: लोकसभा चुनाव की रणभेरी बजते ही पश्चिमी राजस्थान में एक बार फिर से राजनीति उफान पर है. यहां पर कांग्रेस भाजपा के साथ निर्दलीय प्रत्याशी भी मैदान में ताल ठोक रहे हैं. चुनावों में रोचकता की सबसे बड़ी वजह यही है कि कांग्रेस ने बड़ा माइंड गेम खेल कर आरएलपी के बड़े नेता को अपने साथ लेते हुए टिकट थमा कर कांग्रेस को मुकाबले में ला दिया. कांग्रेस ने उम्मेदाराम बेनीवाल को प्रत्याशी बनाया है. बेनीवाल सभी कांग्रेस पदाधिकारियों के साथ जनसम्पर्क में जुट गए हैं. वहीं बाड़मेर लोकसभा से निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में शिव विधायक रविंद्रसिंह के चुनाव लड़ने से बीजेपी खेमे में बैचेनी साफ दिखाई दे रही है.
RLP और कांग्रेस एकजुट
पिछले 3 लोकसभा चुनावों में पहली बार कांग्रेस एकजुट नजर आ रही है. लोकसभा क्षेत्र में हेमाराम चौधरी के नेतृत्व में पूरी कांग्रेस एक जाजम पर दिख रही है तो कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अमीन खां भी एक्टिव नजर आ रहे हैं. कांग्रेस प्रत्याशी उम्मेदाराम बेनीवाल के समर्थन में कांग्रेस की एकजुटता की तस्वीर बायतू में हुए कार्यकर्ता सम्मेलन में तो दिखी. साथ ही हेमाराम चौधरी हर जगह प्रत्याशी के साथ पहुंच कर माहौल कांग्रेस के पक्ष में करने में जुटे हुए है.
दूसरी तरफ बायतू विधायक और कांग्रेस वर्किंग कमेटी के सदस्य हरीश चौधरी भी नाराज कांग्रेस कार्यकर्ताओं को एकजुट करने में लगे हुए है. पिछले दिनों उन्होंने एक सभा को सम्बोधित करते हुए कहा था कि सबको साथ लेकर चलेंगे, कोई पराया नही है. RLP और कांग्रेस एक ही है, ऐसे में इस बार आपको एक ऐसा उम्मीदवार मिला है, जिसको आप भली भांति जानते और पहचानते हैं.

कैसे हुई कांग्रेस एकजुट
उम्मेदाराम बेनीवाल को कांग्रेस ज्वाइन करवाने से लेकर टिकट दिलवाने में जिले की कांग्रेस एकजुट नजर आई. हेमाराम चौधरी, हरीश चौधरी, मदन प्रजापत, पदमाराम मेघवाल, रूपाराम धनदे साथ थे तो प्रत्याशी की घोषणा के साथ अब प्रचार में सभी मंच पर साथ नजर आ रहे हैं. विधानसभा चुनावों में कांग्रेस एकजुट नही थी, जिसकी वजह से 8 में से 7 सीटें गंवानी पड़ी थी. आपसी खींचतान में बुरी तरह से हारी कांग्रेस इस बार एकजुट होकर लोकसभा फतह करना चाह रही है. विधानसभा चुनावों में बगावत कर चुनाव लड़ने वाले शिव से फतेहखान और सिवाना से सुनिल परिहार को वापस कांग्रेस ज्वाइन करवाई है तो कई कार्यकर्ताओं को वापस कांग्रेस के साथ जोड़ने की कवायत जारी है.
बीजेपी की राह में रोड़ा बन सकते हैं निर्दलीय
बाड़मेर लोकसभा से निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में शिव विधायक रविंद्रसिंह भाटी ताल ठोक रहे हैं. बालोतरा जिले में जन आशीर्वाद यात्रा में भीड़ को देख बीजेपी खेमे में बैचेनी साफ दिखाई दे रही है. हालांकि कांग्रेस रविंद्रसिंह भाटी के मैदान में खड़े रहने निश्चित नजर आ रही है. कांग्रेस का कहना है कि मुकाबला बीजेपी से ही है निर्दलीय के खड़े रहने से कांग्रेस को कोई नुकसान नही है. कांग्रेस प्रत्याशी उम्मेदाराम बेनीवाल को कांग्रेस के साथ आरएलपी के कार्यकर्ताओं का भी साथ मिल रहा है. बेनीवाल 3 अप्रैल को अपना नामांकन दाखिल करेंगे. वहीं रविंद्रसिंह भाटी के 4 अप्रैल को नामांकन दाखिल करने की संभावना है.
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