उदयपुर शिल्पी डॉ. इक़बाल सक्का ने विश्व का सबसे छोटा ताजिया, छड़ी और पंजतन बनाया. उदयपुर में मोहर्रम पर बेहतरीन और सुन्दर ताजिये बनाये जाते है. इन ताजियों को बनाने में कलाकार अपने हुनर का शानदार कमाल दिखाते हैं. मोहर्रम के दौरान उदयपुर में बड़े और छोटे ताजिये बनाये जाते है.
सिवान कुशीनगर में जीतू शाही ने विश्व का सबसे बड़ा ताजिया 20 लाख रुपए की लागत से 120 फीट ऊंचा ताजिया बनाकर एक विश्व रिकॉर्ड बना दिया है. ठीक उसके विपरीत उदयपुर के स्वर्ण शिल्पी 100 से अधिक विश्व रिकॉर्ड होल्डर डॉक्टर इकबाल सक्का ने चांदी का मात्र 3 सेंटीमीटर का विश्व का सबसे छोटा ताजिया बनाया है.
मैग्निफाइंग लेंस की मदद से देखी जातीं हैं कलाकृतियां
इसके साथ ही इक़बाल सक्का ने सोने की 3 सेंटीमीटर की छड़ी और 2 सेंटीमीटर का पंजतन भी बनाया है. इन सूक्ष्म कलाकृतियों को मैग्निफाइंग लेंस की मदद से देखने पर मोहर्रम का कटरा, खंड, छतरी और गुंबद भी दिखाई देते हैं. इस कलाकृति में सोने की छड़ी में दो तलवार भी लेंस से देखे जा सकती हैं.
कई विश्वकप ट्रॉफियों की बना चुके हैं कलाकृतियां
आपको बता दे कि डॉ. सक्का द्वारा समय-समय परधार्मिक उत्सवों, त्योहार पर अलग- अलग तरह की सूक्ष्म कृतियां बनाते हैं. वहीं उन्होंने टी-20 विश्व कप,फीफा वर्डकप, हॉकी वर्ल्डकप की ट्रॉफियों की सूक्ष्म कलाकृतियां बनाई हैं. इकबाल का सपना है कि वह इन सूक्ष्म कलाकृतियों के लिए एक छोटा सा म्यूजियम खोलें और इन कलाकृतियों को आमजन और उदयपुर आने वाले पर्यटक भी देख सकें.