
Rajasthan News: राजस्थान के उदयपुर में आजादी का जश्न तीन गुना खास बन गया है. वजह है, एक के बाद एक लगातार तीन दिन की सरकारी छुट्टियां. इस बार स्वतंत्रता दिवस (15 अगस्त, शुक्रवार), उसके बाद जन्माष्टमी (16 अगस्त, शनिवार) और फिर साप्ताहिक अवकाश (17 अगस्त, रविवार). इस लॉन्ग वीकेंड ने पर्यटकों को घर से बाहर निकलने का शानदार मौका दे दिया है और इसका सबसे ज्यादा फायदा मिला है हमारे झीलों की नगरी उदयपुर को.
पर्यटकों की भीड़ देखकर ऐसा लग रहा है मानो पूरा हिंदुस्तान ही उदयपुर में उमड़ आया हो. यहां के होटल, गेस्ट हाउस और रिसॉर्ट्स 70% तक फुल हो चुके हैं और जो बाकी बचे हैं, उनके भी जल्दी ही भर जाने की उम्मीद है. हरियाणा, कर्नाटक, मुंबई, दिल्ली... देश के कोने-कोने से लोग परिवार के साथ यहां छुट्टियां बिताने आ रहे हैं.
'लॉन्ग वीकेंड मिला, तो उदयपुर चले आए'
शहर के सबसे मशहूर पर्यटन स्थलों में से एक, सहेलियों की बाड़ी में जब हमने पर्यटकों से बात की, तो सभी के चेहरे पर एक अलग ही खुशी थी.
दिल्ली से आए एक परिवार ने बताया, 'लंबे समय बाद ऐसा मौका मिला है, जब तीन दिन की छुट्टी एक साथ आई हो. हम सबने सोचा कि क्यों न इस मौके का फायदा उठाकर परिवार के साथ कहीं घूमने जाया जाए और उदयपुर से बेहतर जगह क्या हो सकती थी.'
इसी तरह, मुंबई से आए एक ग्रुप ने कहा, 'काम की भागदौड़ में ऐसा मौका कम ही मिलता है. उदयपुर की खूबसूरती के बारे में बहुत सुना था, तो इस बार हमने यहीं आने का फैसला किया. यहां का मौसम भी बहुत सुहाना है और हर तरफ हरियाली ही हरियाली है.'
होटल इंडस्ट्री की चांदी, कारोबार में बंपर उछाल
पर्यटकों की इस बंपर भीड़ से उदयपुर का पर्यटन उद्योग झूम उठा है. उदयपुर होटल एसोसिएशन के उपाध्यक्ष राजेश अग्रवाल ने बताया कि पर्यटकों का बहुत अच्छा रिस्पॉन्स है. उन्होंने कहा, 'जिस तरह से लोग आ रहे हैं, उससे हमें उम्मीद है कि यह तीन दिन का वीकेंड हमारे लिए बहुत अच्छा साबित होगा. हमारी 70% तक होटल पहले से ही बुक हो चुकी हैं और अब भी बुकिंग जारी है.'
यह भीड़ सिर्फ होटलों तक ही सीमित नहीं है. उदयपुर के बाजार, रेस्टोरेंट, कैफे और लोकल गाइड भी पूरी तरह से व्यस्त हैं. पिछोला झील में नौका विहार से लेकर जग मंदिर पैलेस तक, हर जगह पर्यटकों की रौनक देखने को मिल रही है.
राजस्थान की शान, उदयपुर की खूबसूरती
उदयपुर को 'पूर्व का वेनिस' कहा जाता है और यह लॉन्ग वीकेंड उसकी खूबसूरती को फिर से दुनिया के सामने ला रहा है. शांत झीलें, ऐतिहासिक किले और महल, खूबसूरत बगीचे, और यहां की संस्कृति पर्यटकों को खूब लुभा रही है. यह बताता है कि आज भी लोग अपने देश में ही घूमना पसंद करते हैं और राजस्थान जैसी जगहें उनकी पहली पसंद बनी हुई हैं.
यह स्वतंत्रता दिवस का जश्न, उदयपुर में सिर्फ देश की आजादी का जश्न नहीं है, बल्कि यह उन परिवारों की खुशी का भी जश्न है, जिन्हें एक साथ समय बिताने का मौका मिला है. यह जश्न हैपर्यटन उद्योग की वापसी का, जो कोरोना काल के बाद से पटरी पर लौट रहा है.
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