Udaipur violence: उदयपुर में चाकूबाजी की घटना में घायल छात्र ने 4 दिन तक जिंदगी की जंग लड़ते हुए आखिरकार रक्षाबंधन (19 अगस्त) को उसकी मौत हो गई. जिसके कारण उदयपुर की सड़कों पर सन्नाटा पसरा रहा. इलाके के स्कूल-कॉलेज बंद रखे गए हैं. साथ ही प्रशासन ने संवेदनशील इलाकों में लगातार निगरानी बढ़ा दी है. प्रशासन अलर्ट मोड पर है. साथ ही प्रशासन ने लगातार सभी से शहर में शांति बनाए रखने की अपील की है. शहर में इंटरनेट पर शनिवार (17 अगस्त) से लागू प्रतिबंध मंगलवार को भी जारी रहेगा.
16 अगस्त से एमबी अस्पताल में चल रहा था इलाज
घटना के बाद 16 अगस्त से ही घायल छात्र का उदयपुर के एमबी अस्पताल में इलाज चल रहा था. शुरुआत में तो उसकी हालत में सुधार हुआ, लेकिन शनिवार दोपहर से उसकी हालत गंभीर बनी हुई थी. घायल छात्र को बेहतर उपचार मुहैया कराने के लिए शनिवार को जयपुर से 3 विशेषज्ञ डॉक्टर भेजने के बाद रविवार को कोटा से भी विशेषज्ञ डॉक्टर उदयपुर पहुंचे. विशेषज्ञों ने आरएनटी मेडिकल कॉलेज के डॉक्टरों के समन्वय से बच्चे का इलाज शुरू किया, जहां उस पर 24 घंटे नजर रखी जा रही थी. इस दौरान डॉक्टरों की विशेष टीम लगातार बच्चे की हालत पर नजर रखती रही. लेकिन इन सबके बीच सोमवार (19 अगस्त) को बच्चे की मौत हो गई.
अशोक नगर स्थित मोक्षधाम में किया जाएगा छात्र देवराज का अंतिम संस्कार
चार दिन तक जिंदगी की जंग लड़ते हुए छात्र देवराज की मौत सोमवार को रक्षाबंधन के दिन हो गई. इसके बाद आज यानी मंगलवार को उसका शव उदयपुर के महाराणा भूपाल चिकित्सालय की मोर्चरी से खेरादीवाड़ा स्थित उनके पैतृक निवास पर ले जाया गया, जहां पर परिजन का रो-रोकर बुरा हाल था. कुछ ही देर में उनकी शव यात्रा को उनके निवास स्थान से अशोक नगर स्थित मोक्षधाम ले जाया गया, जहां उनका अंतिम संस्कार होगा. प्रशासन अलर्ट मोड़ पर है. छात्र देवराज के घर से लेकर प्रमुख चौराहों पर पुलिस बल तैनात है.
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