जिले की ग्राम पंचायत मेहरासर चाचेरा के मुख्यालय पर सोमवार को बरड़ासर, मेहरासर, जीवणदेसर और कालूसर की महिलाओं को राजस्थान कृषि श्रमिक संबल मिशन योजना को सफल बनाने को लेकर दो दिवसीय प्रशिक्षण शिविर का आयोजन किया गया. कार्यक्रम की अध्यक्षता सहायक कृषि अधिकारी कृष्ण सारण ने की. इस दौरान 35 महिलाओं को कृषि क्षेत्र में परंपरागत ढंग से जुताई, बीज बुवाई, फसल सिंचाई, निराई-गुड़ाई, खरपतवार और फसल कटाई संबंधित अनेक कार्यों की जानकारी दी गई.
सहायक कृषि सारण ने बताया कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की बजट घोषणा वर्ष 2022-23 के अनुसार राजस्थान कृषि श्रमिक संबल मिशन के तहत भूमिहीन कृषि श्रमिकों को कौशल विकास और क्षमता निर्माण के लिए ग्राम पंचायत में दो दिवसीय प्रशिक्षण शिविर का आयोजन किया गया. उन्होंने कहा कि इस प्रकार के शिविर से महिलाएं न केवल कृषि में आत्मनिर्भर बनेंगी, बल्कि राज्य और देश की अर्थव्यवस्था में भी उनका योगदान बढ़ेगा. इस मिशन के तहत भूमिहीन कृषि श्रमिकों को कौशल विकास और क्षमता निर्माण के लिए 35 महिला श्रमिकों को प्रशिक्षित किया गया है.
इन योजनाओं का दिया जा रहा प्रशिक्षण
कृषि विज्ञान केंद्र के डॉ. मुकेश शर्मा व कृषि विशेषज्ञ कपिला चौधरी ने बताया कि भूमिहीन कृषि श्रमिकों को प्रशिक्षण शिविर में पाइप लाईन, कृषि यंत्र, खेत तलाई सहित अन्य योजनाओं की जानकारी दी. साथ ही कृषि में हो रही समस्याओं के निदान की जानकारी भी दी गई. इसी प्रकार कृषि पर्यवेक्षक चंद्रकला ने प्रशिक्षण के दौरान कहा कि कृषि यंत्रों के उपयोग व संधारण (हस्तचलित एवं अर्द्धयांत्रिकी), उन्नत बागवानी तकनीक, संरक्षित संरचनाओं का संधारण, पॉली हाउस, ग्रीन हाउस, शेडनेट, पौध संरक्षण यंत्रों का उपयोग व रखरखाव, जैविक आदान निर्माण की वैज्ञानिक विधियां और फल व सब्जी परिरक्षण विषयों पर मौखिक एवं प्रायोगिक प्रशिक्षण दिए गए हैं.