
राजस्थान के उदयपुर में हुए कन्हैया लाल हत्याकांड पर आधारित फिल्म ‘उदयपुर फाइल्स' की रिलीज को लेकर सोमवार को सुनवाई हुई. दिल्ली हाईकोर्ट ने कहा कि इस मामले की सुनवाई अब 30 जुलाई को होगी. कोर्ट को बताया गया कि सूचना और प्रसारण मंत्रालय ने फिल्म में कुछ बदलावों के बाद इसे दोबारा सेंट्रल बोर्ड ऑफ फिल्म सर्टिफिकेशन से सर्टिफिकेट लेने को कहा है. कोर्ट के अनुसार, इस प्रक्रिया में समय लगेगा इसलिए फिल्म की रिलीज अभी टाल दी गई है.
फिल्म में 6 कट लगाए गए हैं
फिल्म के निर्माता की ओर से सीनियर एडवोकेट गौरव भाटिया ने कोर्ट में कहा कि मंत्रालय की सिफारिशों के अनुसार फिल्म में छह कट लगाए गए हैं और डिस्क्लेमर में भी बदलाव किया गया है. उन्होंने बताया कि पहले सीबीएफसी ने फिल्म को 55 कट के साथ मंजूरी दी थी, लेकिन अब नए बदलावों के बाद दोबारा सर्टिफिकेशन की जरूरत है. इस पर कोर्ट ने स्पष्ट किया कि जल्दबाजी की जरूरत नहीं है और सर्टिफिकेशन पूरा होने के बाद ही फिल्म रिलीज हो सकती है.
कन्हैया लाल हत्याकांड पर आधारित है फिल्म
‘उदयपुर फाइल्स' उदयपुर में 2022 में हुए कन्हैया लाल हत्याकांड पर आधारित है. इस हत्याकांड में मोहम्मद रियाज और मोहम्मद गौस को आरोपी बनाया गया था, जिन्होंने कथित तौर पर एक सोशल मीडिया पोस्ट के जवाब में हत्या को अंजाम दिया था. फिल्म के खिलाफ जमीयत उलेमा-ए-हिंद के अध्यक्ष मौलाना अरशद मदनी और हत्याकांड के एक आरोपी मोहम्मद जावेद ने याचिका दायर की है. उनका दावा है कि यह फिल्म मुस्लिम समुदाय को बदनाम करती है और चल रहे मुकदमे को प्रभावित कर सकती है.
30 जुलाई को होगी अगली सुनवाई
सुप्रीम कोर्ट ने पहले याचिकाकर्ताओं को दिल्ली हाईकोर्ट में जाने का निर्देश दिया था. कोर्ट ने यह भी कहा था कि मंत्रालय के फैसले को चुनौती दी जा सकती है. अब सभी की नजरें 30 जुलाई की सुनवाई पर टिकी हैं, जहां यह तय होगा कि फिल्म को रिलीज की अनुमति मिलेगी या नहीं.
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