Rajasthan News: जल,जमीन जंगल और ओरण राजस्थान के लिए काफी महत्वपूर्ण है. वहीं जैसलेमेर में जल, जमीन, जंगल और ओरण बचाने की जद्दोजहद यहां के लोग लंबे वक्त कर रहे हैं. वहीं इस संघर्ष के लिए कई विशेष प्रकार के कार्यक्रम व अनूठी पहल का दौर लगातार जारी है. इसी बीच साउथ एशियाई आर्ट्स आर्गेनाईजेशन फियरलेस ग्रुप द्वारा 'abundance' पहल के अंतर्गत राजस्थान के ओरणों, उनसे जुड़े जल संसाधनों और पर्यावरण के संरक्षण को लेकर जैसलमेर में ग्रामीण महिलाओं के साथ कार्य किया जा रहा है.
इस पहल को जैसलमेर फ़ोर्ट पैलेस म्यूजियम, संस्थान आई लव जैसलमेर, पर्यावरणविद पार्थ जगाणी व टीम ओरण के संयुक्त तत्वाधान में आयोजित किया जा रहा है. इस पहल के पहले दिवस के अंतर्गत श्री देगराय ओरण व सांवता गांव की विभिन्न समुदायो की महिलाओं के साथ ओरण बचाओ मुहीम में महिलाओं की भागीदारी और ओरण से जुड़ी समस्याओ व लोक संस्कृति पर वर्कशॉप का आयोजन बुधवार को किया गया.
जैसलमेर के ओरण को विश्व से अवगत करना उद्देश्य
फियरलेस ग्रुप दक्षिण एशिया के कलाकारों का समूह है. विगत कुछ वर्षों से महिलाओं व सीमान्त जन समुदायों के सशक्तिकरण का कार्य अपनी कला के माध्यम से अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर कर रहे हैं. अंतर्राष्ट्रीय ख्याति प्राप्त महिला चित्रकार शाईलो शिव सुलेमान फाउंडर फियरलेस ग्रुप ने कहा स्थानीय समुदाय जो की अपने प्रान्त और उनसे जुड़ी गाथाओं को फियरलेस ग्रुप अपनी कला के माध्यम से अंतर्राष्ट्रीय समुदाय को जागरूक करता है. जैसलमेर में Abundance कार्यक्रम का उद्देश्य ओरण की सम्पूर्णता व् सम्पनता के बारे में विश्व को अवगत कराना है.
पार्थ जगानी ने कहा ओरण और पर्यावरण संरक्षण के लिए जैसलमेर में चल रहे मुहीम को अंतरास्ट्रीय समुदाय के जानकारी में लाने की एक अनूठी पहल है जिसमे यहाँ की महिलाओं की आवाज़ को सशक्त किया जा रहा है. आई लव जैसलमेर की शाहीन हसन ने बताया की गत आने वाले दिनों में यह कार्यशाला दामोदरा व जजिया गांव और जैसलमेर दुर्ग में भी आयोजित की जाएँगी जिसके अंतर्गत फीयरलेस ग्रुप 'abundance' चित्रकारी करेगा.
कार्यक्रम में देगराय ओरण क्षेत्र की महिलाओं ने कलाकारो के साथ ओरण में मौजूद प्राचीन खेजड़ी की परिक्रमा कर वहां ओरण के साथ महिलाओं के जुड़ाव, समस्याओ और संरक्षण पर चर्चा की.इस आयोजन में टीम ओरण सदस्यों सुमेर सिंह भाटी, जोगराज सिंह भाटी, सांगाराम सुधार एवं आई लव जैसलमेर से कुम्प सिंह, सवाई सिंह के सहयोग से किया गया.