UP Hathras Satsang Stampade: उत्तर प्रदेश के हाथरस जिले से से 47 किलोमीटर दूर फुलरई गांव में चल रहे एक सत्संग में बड़ा हादसा हुआ. यहां मंगलवार (2 जुलाई) को नारायण साकार यानी भोले बाबा के सत्संग में भगदड़ मचने से कम से कम 100 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई है. मरने वालों में बच्चे, महिलाएं और बुजुर्ग महिलाएं शामिल हैं. वहीं भगदड़ में 150 लोगों से ज्यादा लोग घायल हुए हैं. हालांकि, मरने वालों की संख्या और भी बढ़ सकती है. क्योंकि घायलों में काफी लोगों की हालत नाजुक बतायी जा रही है.
हाथरस में भगदड़ के बाद जो तस्वीरें सामने आ रही है वह काफी हृदय विदारक हैं. पुलिस ने जानकारी दी है कि सत्संग समाप्त होने के बाद लोग हॉल से निकल रहे थे. पहले निकलने की होड़ में भगदड़ मच गई. ऐसे में महिलाएं एक दूसरे पर गिरे. ज्यादातर मौत कुचले जाने की वजह से हुई है.
बताया जा रहा है कि सत्संग में अलग-अलग राज्यों और जिलों से लोग पहुंचे थे. वहीं सत्संग में राजस्थान की राजधानी जयपुर से बस भर कर महिलाएं पहुंची थी.
जयपुर से आयी पीड़ित महिला ने घटना के बारे में बताया
जयपुर से आयी महिला ने बताया कि वह एक बस में जयपुर की कई महिलाओं के साथ आई थी. पूरी बस महिलाओं से भड़ी थी. महिला भवोली की रहने वाली है जो शाहजहांपुर के पास है. लेकिन वह जयपुर में काम करने आई थी. वहीं एक कमेटी द्वारा बस भेजा गया था जिसमें महिलाएं सत्संग में पहुंची थी. लेकिन जब सत्संग समाप्त हुआ तो निकलने की होड़ मच गई. इसी दौरान भगदड़ शुरू हो गई और लोग गिर गए. महिला ने बताया अपने 3 साल की बच्ची के साथ सत्संग पहुंची थी.
#HathrasStampede: जयपुर से आयी महिला ने बताया कि सत्संग ख़त्म होने के बाद भीड़ जब निकल रही थी, तभी भगदड़ हुई..#Hathras pic.twitter.com/j5Z9tShJBY
— NDTV India (@ndtvindia) July 2, 2024
मृतकों को फुलरई से हाथरस के कम्युनिटी हेल्थ सेंटर यानी CHC लाया गया.एटा के CMO उमेश त्रिपाठी ने बताया- "हाथरस से अब तक 27 शव एटा लाए गए. इनमें 25 महिलाएं और 2 पुरुष हैं. सत्संग में 20 हजार से अधिक लोगों की भीड़ थी."
इस घटना के बाद पीएम मोदी समेत बड़े नेताओं ने अपनी संवेदना व्यक्त की है. वहीं सीएम योगी ने मृतकों के परिजनों को 2-2 लाख और घायलों को 50-50 हजार की आर्थिक सहायता देने के निर्देश दिए हैं.
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