
Kota: राजस्थान के शहर कोटा ने कोचिंग संस्थानों की वजह से पूरे देश में एक अलग पहचान बनाई है. हर साल देश की प्रतिष्ठित इंजीनियरिंग और मेडिकल कॉलेजों की प्रवेश परीक्षाओं मे कोटा से पढ़ाई करनेवाले छात्रों का नाम प्रमुखता से आता है. लेकिन इस बार कोटा ने यूपीएससी की सिविल सेवा परीक्षा में भी अपनी उपस्थिति दर्ज कराई है. कोटा की एक छात्रा ने यूपीएससी की परीक्षा में कामयाबी हासिल की है. कोटा की अनुश्री (Anushree) की सफलता खास है क्योंकि उन्होंने बिना कोई कोचिंग किए देश की सबसे कठिन परीक्षाओं में गिनी जानेावाली यूपीएससी परीक्षा को पास किया है.
IIT से पढ़ीं हैं अनुश्री
अनुश्री का परिवार मूल रूप से उत्तर प्रदेश के लखनऊ का रहनेवाला है. उनके पिता सुशील सचान बीएसएनएल में काम करते हैं. वर्ष 2015 में उनका ट्रांसफर कोटा हो गया जिसके बाद से वो वहीं रहते हैं. अनुश्री ने आईआईटी बॉम्बे से पढ़ाई की है.
अनुश्री को वर्ष 2020 में जर्मनी में रिसर्च के लिए स्कॉलरशिप मिली थी. लेकिन कोविड की वजह से वो जर्मनी नहीं जा सकी. इसके बाद उन्होंने सिविल सेवा में जाने का इरादा किया और परीक्षा की तैयारी शुरू कर दी. हालांकि उनके लिए ये यात्रा आसान नहीं रही. पहले तीन प्रयासों में उन्हें नाकामी का सामना करना पड़ा, लेकिन अपने चौथे अटेम्प्ट में वो कामयाब रहीं और 220वीं रैंक पाई.

पिता और मां के साथ अनुश्री
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रिज़ल्ट जारी होने के बाद अनुश्री के घर पर बधाई देनेवालों का तांता लगा है. अपनी कामयाबी के बारे में वो कहती हैं,"जर्मनी नहीं जा सकने के बाद मैंने एक ज़िद ठान ली, और कोरोना के दौरान तय कर लिया कि यही मौका है और घर पर पढ़ना है. ये सफर लंबा और कठिन था. लेकिन मेरे परिवार ने मेरा साथ दिया."
अनुश्री के पिता सुशील सचान ने अपनी बेटी की कामयाबी पर कहा,"ये किसी भी पिता के लिए बहुत बड़ा दिन है, हमारा योगदान तो उतना ही है जितना हर मां-बाप करता है, हमने स्पेशल कुछ नहीं किया, लेकिन हमने उसके ऊपर कभी दबाव नहीं डाला कि तुम्हें नौकरी करनी है, हमने उससे कहा कि वो जब तक पढ़ना चाहे पढ़ सकती है."
बिना कोचिंग कैसे की तैयारी
अनुश्री ने बताया कि उन्होंने सिविल सेवा की परीक्षा के लिए कोई कोचिंग नहीं ली. उन्होंने कहा,"JEE के समय मैंने कोचिंग ली थी, लेकिन ये परीक्षा अलग होती है जिसमें एक ही किताब को बार-बार पढ़ना होता है. तो मुझे लगा कि बिना कोचिंग के भी ये हो सकता है."
अनुश्री ने कहा कि आईआईटी बॉम्बे के उनके कुछ सीनियर्स ने भी उन्हें गाइड किया. साथ ही उन्होंने इंटरव्यू के लिए कोचिंग से मदद ली थी. अनुश्री की 220वीं रैंकिंग के बाद उन्हें IPS या IRS (भारतीय राजस्व सेवा) में जिम्मेदारी मिल सकती है.
अनुश्री की मां ने बताया कि उनकी बेटी पढ़ाई में अच्छी थीं, लेकिन यह ज़रूरी है कि माता-पिता अपने बच्चों को समय दें.
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